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वार्ड नंबर 17 दस साल से लावारिस : सुमन लता

यमुनानगर (हप्र) पिछले दस साल से यमुनानगर के वार्ड नंबर 17 की गलियों का निर्माण कार्य आधा-अधूरा है। वार्ड वासियों का यह भी आरोप है कि दस माह पहले महीनों जतन करने के बाद निगम प्रशासन और सरकार ने गलियों...

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यमुनानगर के वार्ड नंबर 17 में कछुआ चाल से चल रहा सड़क निर्माण कार्य। -हप्र
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यमुनानगर (हप्र)

पिछले दस साल से यमुनानगर के वार्ड नंबर 17 की गलियों का निर्माण कार्य आधा-अधूरा है। वार्ड वासियों का यह भी आरोप है कि दस माह पहले महीनों जतन करने के बाद निगम प्रशासन और सरकार ने गलियों के सुधार की मांग मानी, परन्तु लापरवाही और कछुआ चाल की वजह से वार्ड नंबर 17 के लोग अभी भी पीने के पानी सहित सड़क बनने से महरूम हैं। गली वालों का कहना है कि निवर्तमान मेयर ने अपने कार्यकाल के दौरान इन गलियों का विकास कार्य शुरू करवाया था और कहा था कि प्राथमिकता के आधार पर कालोनी वासियों की गलियों का विकास कार्य संपूर्ण किया जाएगा। परन्तु 10 मास बीतने के बाद भी विकास कार्य अढाई कोस भी नहीं चला। वार्ड नंबर 17 से प्रत्याशी सुमन लता ने इलाके का दौरा करते हुए कहा कि प्रशासन ने एक-दो गलियों में सीवरेज तो डाला पर सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया। उन्होंने कहा कि पहले जनस्वास्थ्य विभाग सालों पानी के ट्यूबवेल लगाने के लिए जमीन के न होने के बहाने बनाता रहा और अब जब लोगों ने अपने पैसे खर्च कर जमीन उपलब्ध करवाई तब भी केवल ट्यूबवेल लगाने का शिलान्यास तो किया, परन्तु टेंडर नहीं लगाया। वरिष्ठ अधिवक्ता अरुणा कौशिक ने जोर देकर कहा कि स्लम बस्ती होने का परिणाम भुगत रही है जनता। ये जनता सिर्फ वोट देने के वक्त सभी राजनीतिक दलों को याद आती है। निर्माण कार्य के नाम पर उन्हें केवल लालीपॉप दिया जाता है।

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