करनाल, 22 अप्रैल (हप्र)केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को करनाल में स्थित राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान के 21वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऊर्जा के साथ देश को विकसित बनाने के लिए कार्यरत हैं लेकिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपनी भूमिका निभानी पड़ेगी और एकजुट होकर मेहनत करनी होगी, तभी हम भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं से आह्वान किया कि वह संकल्प लें कि इस डिग्री का उपयोग आजीविका कमाने के साथ-साथ भारत को विकसित बनाने के लिए भी करेंगे।201 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदानकेंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुल 201 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। इसमें बी.टेक (डेयरी प्रौद्योगिकी) के 32 विद्यार्थी (27 लड़के व 5 लड़कियां), 98 मास्टर डिग्री विद्यार्थी (50 लड़के व 48 लड़कियां) तथा 71 पीएचडी विद्यार्थी (36 लड़के व 35 लड़कियां) शामिल रहे। उन्होंने इस दौरान एनडीआरआई की नई वेबसाइट को भी लॉंच किया। इसके साथ-साथ केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एनडीआरआई द्वारा तैयार मसाला लस्सी व बकरी के दूध से तैयार पनीर का भी लोकार्पण किया, जो एनडीआरआई के मिल्क पार्लर पर उपलब्ध होगा।श्वेत क्रांति को और तेज गति से आगे बढ़ायें युवा : भागीरथ चौधरीकेंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि यह बड़े हर्ष की बात है कि एनडीआरआई ने पशुपालन के क्षेत्र में सराहनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने डिग्री धारण करने वाले युवाओं से आह्वान किया कि नए-नए शोध कार्य करें ताकि श्वेत क्रांति और तेज गति से आगे बढ़ सके।एनडीआरआई देश का सर्वोच्च संस्थान : धीर सिंहएनडीआरआई के निदेशक एवं कुलपति धीर सिंह ने कहा कि देशभर की 73 यूनिवर्सिटी में एनडीआरआई पहले स्थान पर है। यहां 14 अलग-अलग विभाग है, जिनमें बीटेक, मास्टर और पीएचडी करवाई जाती है। यहां से डिग्री धारण करने वाले छात्रों की 100 प्रतिशत प्लेसमेंट है। संस्थान द्वारा निरंतर पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के लिए नए-नए शोध किए जा रहे हैं, जो आम लोगों के भी काम आ रहे हैं।इस मौके पर करनाल के विधायक जगमोहन आनंद, इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रवीन लाठर, सांसद प्रतिनिधि कविंद्र राणा, उप महानिदेशक पशु विज्ञान डॉ. राघवेंद्र भट्टा, पंतनगर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एमएस चौहान, निदेशक डॉ. सीएच. श्री निवास राव व अन्य वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता व डिग्री प्राप्त करने आने वाले विद्यार्थियों के अभिभावक मौजूद रहे।