जींद में इस मौसम की पहली स्मॉग ने दी दस्तक, जहरीली हुई आबोहवा
जींद शहर में इस मौसम की यह पहली स्मॉग थी। सुबह की इस स्मॉग से उन लोगों को भारी परेशानी हुई, जो सैर के लिए घरों से निकले थे। सबसे ज्यादा दिक्कत अस्थमा मरीजों को हुई।
बेहद खराब की श्रेणी में जींद का एक्यूआई शनिवार को जींद का एक्यूआई 350 के पार चला गया, जो बेहद खराब की श्रेणी में आता है। पिछले कई दिनों से जींद के एक्यूआई का स्तर खराब की श्रेणी में चल रहा था, जो शनिवार को बेहद खराब की श्रेणी में पहुंच गया। यह स्थिति उस समय है, जब जींद जिले में पिछले साल की तुलना में धान की पराली जलाने के मामलों में चार गुणा से भी ज्यादा की कमी आई है।
जींद की आबोहवा में प्रदूषण का जहर घोलने के और भी कई बड़े कारण हैं। इनमें जींद के समीपवर्ती गांव इक्कस में चल रही कंडम टायरों को फूंक कर उनसे तेल और लोहे के तार निकालने वाली दो फैक्ट्री सबसे प्रमुख हैं।
जहरीली हुई आबोहवा: जहर गोल रहा फैक्टरियों का धुआं
इन फैक्टरी का जहरीला धुआं जींद की फिजा में जहर घोल रहा है। यही जहर लोगों की सांसों में उतर रहा है। इसके अलावा जींद के रोहतक रोड, सफीदों रोड, हुडा सेक्टरों की टूटी हुई सड़कों से हर समय उठने वाली धूल भी जींद में प्रदूषण का बहुत बड़ा कारण बन रही है। जींद शहर के चारों तरफ चल रही कंडोम टायरों को रोकने वाली फैक्टरी को बंद नहीं करवा रहे जो सबसे ज्यादा प्रदूषण फैला रही हैं।
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि नगर परिषद को सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाने के लिए कहा गया है। जहरीला धुआं उगलने वाली फैक्टरियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
