करनाल, 5 अप्रैल (हप्र)
आंगनबाड़ी वर्करों एवं हैल्परों ने सोमवार को अपनी मांगों को लेकर सीएम सिटी में हल्ला बोला। फव्वारा पार्क से प्रदर्शन करती हुई सैकड़ों वर्कर जिला सचिवालय पहुंची और यहां डेरा डाल कर बैठ गईं। सरकार व विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। काफी देर बाद एडीसी से बातचीत के लिए आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के प्रतिनिधिमंडल को बुलाया गया। प्रदर्शन के दौरान सरकार को कोसते हुए राज्य महासचिव शकुंतला ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों से बिना मेहनताना दिए नये-नये काम करवाना चाहती है। सरकार के पास आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया देने तक के लिए बजट नहीं है, मगर एप लांच कर आंगनबाड़ी वर्करों पर काम का बोझ बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि वर्कर काम करने से कभी मना नहीं करतीं, लेकिन सरकार मेहनताना दिए बिना काम करवाना चाहती है, जिसका पुरजोर विरोध वर्कर व हैल्पर कर रही हैं। एडीसी से मुलाकात के दौरान 16 मांगों का ज्ञापन उन्हें सौंपा गया।
फव्वारा पार्क में सभा की अध्यक्षता जिला प्रधान रूपा राणा ने की व संचालन जिला सचिव बिजनेश राणा ने किया। प्रदर्शनकारी वर्करों को सर्वेश राणा, रूपा राणा, राकेश राणा, ओपी माटा, सरोज,रीना, मूर्ती, मंजू बवेजा, संगीता, जगमाल सिंह, भाग सिंह, सुशील गुज्जर, रोशन गुप्ता , जोगा सिंह, सुषमा, प्रमोद, सुनीता, ममता, ज्ञान देवी, रीटा, उमा शर्मा, संतोष, सर्वजीत, सुदेश व संतोष ने संबोधित किया।
प्रदर्शन के बाद एडीसी से मिला प्रतिनिधिमंडल
लगभग दो घंटे प्रदर्शन करने के बाद यूनियन का प्रतिनिधिमंडल एडीसी से मिला। प्रतिनिधिमंडल में राज्य महासचिव शकुन्तला, रूपा राणा, बिजनेश राणा, मधु शर्मा, सर्वेश राणा, प्रमिला चौधरी, जगपाल राणा व सुशील गुर्जर शामिल रहे। मीटिंग में सहमति बनी की जब तक वर्करों को एनड्रायड फोन, रिचार्ज के पैसे व ट्रेनिंग नही दी जाएगी तब तक पीओ व सीडीपीओ वर्करों पर पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड करने का दबाव नहीं डालेंगी। वर्करों, हैल्परो का मानदेय, किराया व पीएमएम वाई के पैसे का जल्द ही भुगतान किया जाएगा।