करनाल, 25 अक्तूबर (हप्र)
बर्खास्त अध्यापकों ने सरकार द्वारा दैनिक मेहनताना दिए जाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। करनाल में 133वें दिन भी धरना जारी रखते हुए शिक्षकों ने कहा कि सरकार पीटीआई को सम्माजनक और फिक्स वेतन देकर नौकरी बहाल करे। पीटीआई अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे और सम्माजनक फैसला आने तक धरना जारी रखा जाएगा। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान संदीप बलड़ी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया कि पीटीआई को स्कूलों में एडजस्ट किया जाएगा। प्रतिदिन 700 से 1000 रुपए तक मेहनताना दिया जाएगा। सरकार का यह फैसला बर्खास्त पीटीआई को हजम नहीं हो रहा। यह समस्त पीटीआई का अपमान है। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति इसकी निंदा करती है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के राज्य उपप्रधान जगतार सिंह ने भी सरकार के फैसले का विरोध किया। धरने के 133वें दिन कुलदीप, नरेश, यादविंद्र सिंह, नीलम व राजकुमार क्रमिक अनशन पर बैठे। इस अवस पर रोशनलाल गुप्ता, जोगा सिंह, बीर सिंह लाठर, अनिल सैनी, भीम सिंह नरवाल, भुवन, राजकुमार, अनिरूद्ध, सेवा सिंह, प्रदीप आदि मौजूद रहे।
कुरुक्षेत्र में भी दिखा गुस्सा
कुरुक्षेत्र (हप्र) : कुरुक्षेत्र में भी पीटीआई का धरना जिला लघु सचिवालय के सामने 133वें दिन भी जारी रहा। रणधीर सैनी की अध्यक्षता में सर्वप्रथम निर्मला, कमला, अनिल, नरेश को भूख हड़ताल पर बैठाया गया। सरकार की ढुलमूल नीति के कारण सभी साथियों में रोष व्याप्त है। पीटीआई की बहाली के लिए जो लिंक दिया गया है उससे सहमत नहीं है इसके विरोध में कल से बरोदा में इसका विरोध किया जाएगा।
दशहरा पर्व पर भी रहा जारी धरना
पानीपत (एस) : सरकार द्वारा बर्खास्त किये गये पीटीआई शिक्षकों का लघु सचिवालय के सामने जीटी रोड ऐलिवेटिड पुल के नीचे दशहरा पर्व पर भी लगातार 133वें दिन धरना जारी रहा। वहीं रविवार को इसराना ब्लाक के पांच पीटीआई शिक्षक जसबीर, कुलदीप, राजेश, राजकुमारी व कविता क्रमिक अनशन पर बैठे। इस मौके पर पीटीआई संघर्ष समिति के जिला सचिव अनिल छाजपुर ने कहा कि जब तक पीटीआई शिक्षकों के रोजगार को दोबारा से सरकार बहाल नहीं कर देती तब तक उनका धरना इसी तरह से जारी रहेगा। इस अवसर पर रमेश, रणदीप, अश्वनी, राकेश व राधेश्याम आदि मौजूद रहे।