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पीएचसी बात्ता में स्टाफ की कमी, लोग परेशान

डॉक्टर, महिला चिकित्सक, फार्मासिस्ट व नर्स के पद लंबे समय से खाली

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कलायत के गांव बात्ता का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र। -निस
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बात्ता का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। यहां 24 घंटे मिलने वाली प्रसव सुविधा भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर, महिला चिकित्सक, फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स के कई पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। नियमानुसार प्रसव सुविधा के लिए 5 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी होनी चाहिए लेकिन वर्तमान में केवल 2 स्टाफ नर्स ही कार्यरत हैं। गांव के जसवंत राणा, सजीव, अशोक व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि अगर एक भी स्टॉफ नर्स छुट्टी पर चली जाती है तो पूरी प्रसव सुविधा भंग हो जाती है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि पीएचसी बात्ता के लिए तैनात 3 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी कैथल लगा दी गई है जिसके चलते आसपास के नरवलगढ़, ब्राह्मणी वाला, वजीर नगर, कैलरम और चौसाला जैसे गांवों से आने वाली गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि स्टाफ न होने के कारण स्थानीय लोगों और जच्चा-बच्चा के परिजनों को मजबूरन कैथल या कलायत नागरिक या निजी अस्पताल जाना पड़ता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जल्द डॉक्टर, फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स उपलब्ध कराने की मांग की। वहीं सीनियर डॉ. साहिल ने बताया कि पीएचसी बात्ता में स्टाफ नर्स की कमी के चलते कलायत से 2 स्टाफ नर्सों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं फार्मासिस्ट का पद खाली होने के कारण एक नर्स को उसका काम संभालना पड़ रहा है। जल्द कलायत से और नर्सों की ड्यूटी यहां लगा दी जाएगी।

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