करनाल, 11 मई (हप्र)
चिल्ड्रन इन स्ट्रीट सिचूएशन यानि सामाजिक परिवेश से दूर सडक़ की स्थिति में आ चुके बच्चों के पुनर्वास के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां प्रारम्भ कर दी हैं। इसे लेकर जल्द ही ऐसे बच्चों को मुख्य धारा में लाने के लिए स्लम या झुग्गी-झोपड़ियों में विशेष शिविर लगाए जाएंगे। इसकी शुरूआत एक छोटी स्लम बस्ती से करेंगे और उसके बाद सभी ऐसी झुग्गी-झोपडिय़ों में शिविर लगाए जाएंगे।
शिविर में आधार मशीन से बच्चों को आधार नम्बर प्रदान करने की प्रक्रिया पूरी करेंगे। पांच साल से अधिक आयु के बच्चों के आधार की त्रुटियां ठीक करवाई जाएंगी। बुधवार को उपायुक्त अनीश यादव ने लघु सचिवालय के सभागार में ऐसे अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उन्हें निर्देश दिए जो एक मॉडल पॉलिसी के तहत पुनर्वास के काम में सक्रियता से सहयोग करेंगे।
मीटिंग में उपायुक्त ने सबसे पहले पुलिस विभाग के प्रतिनिधि को निर्देश देते कहा कि ऐसे परिवारों के खिलाफ जेजे एक्ट के अनुच्छेद 75 व 76 के तहत प्राथमिकी दर्ज करवाएं, जो अपने बच्चों से भीख मंगवाते हैं। ऐसे बच्चों की सूचना चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को भी दें।