करनाल, 1 जुलाई (हप्र)
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने एनडीआरआई की बीते 99 वर्ष की उपलब्धियों को अगले 10 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य वैज्ञानिकों को दिया है।
उन्होंने पशु वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे एनडीआरआई के शताब्दी वर्ष के दौरान एक ऐसा एक्शन प्लान तैयार करें, जिसके अंतर्गत पिछले 99 वर्ष की उपलब्धियों को आने वाले 10 वर्षों में दोगुना करें। इतना ही नहीं आजादी के अमृत महोत्सव के तहत करनाल जिले के 100 गांवों को पशु वैज्ञानिक गोद लें और उन गांवों में पशुधन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित करें और निरंतर विजिट करते रहें। उन्होंने कहा कि खेती के साथ-साथ पशुधन के क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों ने अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। लेकिन इस दिशा में और कार्य करने की आवश्यकता है। केन्द्रीय मंत्री शुक्रवार को एनडीआरआई के सभागार में एनडीआरआई के शताब्दी वर्ष के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
इससे पहले केन्द्रीय मंत्री ने संस्थान में ऑक्सीजन पार्क का उद्घाटन तथा पशुधन अनुसंधान केन्द्र, पशु जैव प्रौद्योगिकी केन्द्र और रेफरल प्रयोगशाला का अवलोकन किया एवं संस्थान की 100 साल की उपलब्धियों पर आधारित शताब्दी स्मारक स्तंभ का उद्घाटन किया। मंत्री ने एनडीआरआई के शताब्दी लोगो तथा उपलब्धियों पर पुस्तक व अन्य पुस्तकों का विमोचन किया व अनुसंधान प्रभाग, समर्थन अनुभाग, प्रशासन व वित्त अनुभाग के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को पुरस्कार भी प्रदान किए। इस दौरान एनडीआरआई के निदेशक डॉ. एमएस चौहान ने संस्थान की 99 वर्ष की उपलब्धियों तथा 100वें साल की कार्य योजना के बारे में जानकारी दी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने नहीं भेजे नाम
करनाल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि संयुक्त मोर्चा की ओर से किसान प्रतिनिधियों के नाम न आने के कारण एमएसपी कमेटी के गठन की बात आगे नही बढ़ पाई। लेकिन उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य दे रही है। उन्होंने कहा कि खेती के लिए निजी क्षेत्र से निवेश आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की किसान हितैषी योजनाओं के कारण युवा निजी क्षेत्र की नौकरियां छोडक़र खेती में लौट रहे हैं और कश्मीर में सरकार द्वारा लगाये गये प्रोसेसिंग प्लांट से केसर की कीमत दोगुनी हो गई है।