
पौधरोपण का फाइल फोटो।
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 25 मई
पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार ने एक और नयी पहल शुरू की है। इसके तहत हरियाणा राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड जिले में पर्यावरण के खिलाफ काम करने वालों पर जुर्माना लगाएगा और इस राशि का प्रयोग जिले स्तर पर पर्यावरण सरंक्षण कार्याें में लगाया जाएगा। इससे पर्यावरण को जो नुकसान हुआ है, उसकी कुछ हद तक भरपाई की जा सके। जुर्माने के रूप में वसूले पैसे के प्रयोग के लिए हर विभाग से कार्यों के प्रस्ताव मांगे हैं। प्रस्ताव आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि जिले में हर साल साढ़े 3 करोड़ रुपए जुर्माने के तौर पर एकत्रित किये जाते हैं, जबकि प्रदेश में 70 करोड़ रुपए का राजस्व जुर्माने के तौर पर एकत्रित हो जाता है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले कार्य तेजी से बढ़ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अंधाधुध निर्माण, उद्योगों से निकलने वाला जहरीले धुआं और पानी से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंच रहा है। दूषित हवा के कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। आने वाले दिनों में यह समस्या विकराल रूप धारण न कर ले। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार पर्यावरण को बचाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है।
आक्सी वन की पहल
करनाल के सेक्टर 4 स्थित मुगल नहर पर 80 एकड़ में 5 करोड़ रुपए की लागत से 4.5 किलोमीटर लंबा आक्सी वन बनाया जा रहा है। 2 किलोमीटर पर आक्सी वन लगाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्राकृतिक आक्सीजन लेने के लिए एक साल में 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
विभागों से मांगें प्रस्ताव
हरियाणा राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक्सईएन शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए तेजी से काम किए जा रहे हैं। अब जो भी जुर्माना राशि वसूली जाएगी, उसका प्रयोग पर्यावरण बचाने वाले कार्यों में किया जाएगा। इसके लिए सभी विभागों से प्रपोजल मांगे गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील है कि वे पर्यावरण बचाने के लिए आगे आएं। लोग अधिक से अधिक पौधे लगाएं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले काम न करे।
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