करनाल, 18 फरवरी (हप्र)
नगर निगम के अमले ने आज सुबह आक्रामक कार्रवाई करते हुए मंगल कालोनी सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में 7 शोरूम और 2 मकान ध्वस्त कर दिये। निगम की इस कार्रवाई का भाजपा के ही पार्षदों ने जमकर विरोध किया और निगम कार्यालय में पार्षदों की डीटीपी के साथ नोकझोंक हुई। इससे पहले जिला नगर योजनाकार ने नगर निगम के साथ संयुक्त टीम बनाकर बृहस्पतिवार को शहर के विभिन्न एरिया में अवैध निर्माण के खिलाफ तोड़फोड़ को लेकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान जेसीबी की मदद से 7 शोरूम, 2 मकान, चारदीवारी, डीपीसी, सीवरेज सिस्टम तथा सड़कों को तोड़ा गया।
ब्रह्मानंद चौक से दून वैली कॉलेज रोड पर शोरूम को ध्वस्त किए गये। इसी प्रकार ब्रह्मानंद चौक से घोघड़ीपुर फ्लाईओवर रोड पर भी डीपीसी व चार शोरूम गिराए गए। इसके अतिरिक्त गिरड़ा वाला पीर के पास करीब 1.2 एकड़ की अवैध कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान, डीपीसी, सीवरेज सिस्टम व सड़कों को गिराया। बीती 5 फरवरी को भी इस कॉलोनी में अवैध निर्माण की तोड़फोड़ की गई थी। इसके बाद डेहा बस्ती के निकट एक मकान तथा झुग्गी पर भी तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। बता दें कि इस कार्रवाई में बीडीपीओ करनाल को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट बनाया गया था तथा भारी पुलिस बल का सहयोग लिया गया था।
पार्षदों ने किया जमकर विरोध
तोड़फोड़ इस कार्रवाई के बाद निगम कार्यालय पहुंचे भाजपा पार्षदों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप जड़ दिए। निगम के सीनियर डिप्टी मेयर राजेश अग्गी, डिप्टी मेयर नवीन कुमार के अलावा पार्षद युद्धवीर सैनी, जोगिन्द्र शर्मा, रामचन्दर काला,भूपेन्द्र नोतना और रजनी परोचा सहित कई पार्षदों ने इस कार्रवाई पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों के विरुद्ध जाकर मनमानी कर रहे हैं। पार्षदों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बीते दिनों इसी मामले में आदेश दिए थे कि अवैध कालोनियों में पुराने निर्माण न तोड़े जाएं। केवल नये अवैध निर्माण रोके जाएं, लेकिन डीटीपी सीएम की बात भी नही मान रहे। गुस्साये पार्षदों ने यहां तक कह डाला के डीटीपी विपक्षी दलों के इशारे पर काम कर रहे हैं ताकि करनाल में भाजपा की हालत बिगाड़ी जा सके।
जारी रहेगी कार्रवाई : डीटीपी
जिला नगर योजनाकार विक्रम कुमार ने बताया कि जिन व्यक्तियों के निर्माणों को गिराया गया है, वे सभी अवैध रूप से किये गए थे, इसे रोकने के लिए नगर निगम की ओर से पहले बीती 19 जनवरी को पूर्व नगर पार्षद सतीश, हरीश छाबड़ा, विवेक और राजेश को कारण बताओ नोटिस देकर एक सप्ताह का समय दिया गया। संबंधित व्यक्तियों द्वारा उसका समय पर तथा उचित उत्तर न देने व किसी तरह का प्रमाण प्रस्तुत न करने पर, 10 फरवरी को डेमोलिशन ऑर्डर भेजे गए और नियत समय पर अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि शहर में नियमों की अनदेखी कर अवैध निर्माण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।