करनाल, 1 दिसंबर (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने यूपी के गंगोह कस्बे में छापा मारकर लिंग जांच में लिप्त हरियाणा की दो महिलाओं समेत चार लोगों को काबू कर लिया है। गिरोह को पकड़ने ने लिए उन्होंने आधी रात में 200 किलोमीटर तक आरोपियों का पीछा किया। सिविल सर्जन करनाल डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि मौके पर पानीपत जिला की पीएनडीटी टीम को भी बुलाया गया और फिर दोनो जिलों की टीम द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरोह में शामिल दो महिलाओं, समालखा की राजवंती व घरौंडा की सुमन तथा दो युवक राणा माजरा के मनोज और समालखा के सुमित के विरुद्ध पीएनडीटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत पानीपत के सिटी थाना में एफआईआर दर्ज करवा दी गई।
उन्होंने बताया कि इस कामयाबी के लिए टीम ने गिरोह के सदस्यों का करीब 200 किलोमीटर तक पीछा किया और सारी कार्रवाई देर रात 1 बजे तक जाकर समाप्त हुई। उन्होंने बताया कि रेड से कथित गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए करनाल पुलिस के साइबर सैल की भी विशेष भूमिका रही।
घटना की पूरी जानकारी देते सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि गत दिवस ही उक्त गिरोह की पुन: गुप्त जानकारी मिली, तुरंत ही इसे पकड़ने के लिए एक टीम तैयार की गई। टीम में करनाल के उप सिविल सर्जन डॉ. नरेश करड़वाल, चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज रंगा, डॉ. नीरजा, प्रोजेक्टनिस्ट सुलेख कुमार तथा लिपिक विक्रम व सुभाष सगवाल को शामिल कर यूपी के कस्बा गंगोह (जिला सहारनपुर) में रेड की गई।
उक्त टीम प्रात: 5 बजे करनाल से रवाना हुई और एक प्लान के अनुसार नकली गर्भवती महिला को तैयार किया गया। इसके बाद कथित तरीके से पैसे लेकर गर्भ निर्धारण करने वाले गिरोह के दलाल ने नकली गर्भवती महिला को पानीपत में बुलाया और उसे कस्बा गंगोह में ले जाकर एक घर में रखी पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से अल्ट्रासाउंड किया गया, जिसमें गर्भवती महिला को उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग लड़का बताया। टीम द्वारा दलाल व गर्भवती महिला का पीछा किया गया। इस दौरान दलाल को पीछा किया जाने की भनक हो गई। गर्भवती महिला व दलाल पानीपत की ओर रवाना हो गए। टीम ने उनका पीछा करते हुए दोनों को पानीपत के संजय चौक के पास पकड़ लिया। दलाल से पैसे बरामद किए गए, जो उसे गर्भवती महिला ने दिए थे।
डीसी ने टीम को दी बधाई
इस कामयाबी को लेकर जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा, उप सिविल सर्जन डॉ. नरेश करड़वाल और उनकी टीम को बधाई दी है और इस कामयाबी के लिए करनाल पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया के प्रति भी आभार प्रकट किया है। उपायुक्त ने कहा कि जो समाज विरोधी तत्व कथित रूप से गर्भ में पल रहे शिशु के लिंग निर्धारण का अवैध धंधा करते हैं, उन्हें पकड़ने के लिए भविष्य में भी कार्रवाई जारी रहेगी।