करनाल, 30 नवंबर (हप्र)
कमेटी चौक पर पुरानी नगर पालिका के बाहर चारों और बनी दुकानों के कारण करनाल में जाम से निजात नहीं मिल पा रही। इन दुकानदारों को यहां से ओल्ड एमसी बिल्डिंग स्थल पर नई मार्किट में शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रयास तेज कर दिये हैं। आज जिला जिला प्रशासन ने दुकानदारों को इस नयी मार्केट का प्रारूप तैयार कर दिखाया।
करीब 7 साल पहले मनोहर सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही यह प्रोजेक्ट अधर में अटका हुआ है। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने आज कमेटी चौक मार्किट दुकानदारों के साथ बैठक कर उन्हें नई प्रस्तावित मार्किट की खूबियां बताईं। मीटिंग में उपायुक्त ने स्क्रीन पर इस जगह विकसित की जाने वाली नई मार्किट का ले-आउट प्लान दिखाया। उन्होंने कहा कि मौजूदा 121 दुकानों की संख्या अनुसार अंदर और बाहर दो तरह की इतनी ही दुकाने होंगी, बीच में रास्ता होगा। ग्राहकों के बैठने के लिए बैंच होंगे, ग्राहक दोनों तरफ जाएंगे, जिसके पास एक से ज्यादा दुकान हैं, उसे आगे-पीछे की दुकानें दी जाएंगी। अभी मौजूदा किसी भी दुकान को नहीं छेड़ेंगे, जब मार्किट बन जाएगी, उसके बाद इसके चारों ओर के रास्ते को सुविधाजनक बनाएंगे। उन्होंने कहा कि दुकानदारों के सुझाव और सब की सहमति से ही इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाएंगे। मीटिंग में नगर निगम आयुक्त डॉ. मनोज कुमार, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला व समाजसेवी बृज गुप्ता भी शामिल हुए।
जितने साल पुराना दुकानदार, उतना अधिक डिस्काउंट
मीटिंग में मौजूद दुकानदारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि सरकार की पॉलिसी अनुसार जो दुकानदार 20 साल से ज्यादा बैठा है, वह ऑनरशिप ले सकता है, जितने साल पुराना दुकानदार होगा, उतना ही डिस्काउंट मिलेगा। लेकिन नगर निगम के रिकॉर्ड में जिसके नाम दुकान है, उसी को मिलेगी। जो किराए पर बैठा है, उसे हटाएंगे नहीं, 20 साल पूरे होने पर वह भी मलकियत ले सकता है। मीटिंग में उपायुक्त ने कहा कि सभी दुकानदार मिलकर इस परिवर्तन पर गौर करें और अपनी सहमति बनाएं। इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने में मदद करें।