चंडीगढ़, 6 अगस्त (ट्रिन्यू)
केंद्र सरकार द्वारा किसानों से जुड़े तीन अध्यादेश पर हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने मंथन किया। राज्य में इन तीनों अध्यादेश के लागू होने से पड़ने वाले प्रभाव पर भी विचार-विमर्श किया गया। सीएम मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में सरकार और दोनों पार्टियों के नेताओं की संयुक्त बैठक हुई। हरियाणा निवास में हुई इस बैठक में डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला भी मौजूद रहे।
बैठक में कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला व जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह सहित कई भाजपा-जजपा नेता मौजूद रहे। बैठक के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मंडी सिस्टम और एमएसपी जारी रहेगी। सरकारी खरीद भी जारी रहेगी। कृषि अध्यादेश में यह स्पष्ट है।
उन्होंने कहा कि डायरेक्ट मार्केटिंग किसानों की सुविधा के लिए है। इससे परंपरागत सिस्टम पर कोई असर नहीं होगा। इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों के हित सुरक्षित रहें। अब किसानों को मार्केट कमेटी के अधिकारी परेशान नहीं कर सकेंगे। निजी कंपनी वाले अगर किसान से उसके उत्पाद का सौदा करना चाहता है तो कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान के हित का ख्याल रखा जाएगा। कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस के बयान पूरी तरह से झूठ पर आधारित हैं। कुछ लोग आढ़ती किसान नेता बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां मिलकर किसानों को इन अध्यादेश के लिए जागरूक करेंगी। वहीं जजपा प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों को राजनीतिक दुष्प्रचार के सिवाय कोई काम नहीं है। हरियाणा में भाजपा की गठबंधन सहयोगी तीनों अध्यादेशों से पूरी तरह सहमत है।