मनसुख मांडविया ने मांगों पर दिखाया सकारात्मक रुख, जल्द समाधान का दिया आश्वासन
अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एनएचएम महासंघ के प्रतिनिधिमंडल की केंद्रीय श्रम मंत्री के साथ बैठक
केंद्रीय श्रम मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया से अखिल भारतीय स्वास्थ्य एवं एनएचएम महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को श्रम मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक की। भारतीय मजदूर संघ (भामस) के नेतृत्व में यह बैठक आयोजित की गई, जिसमें महासंघ के केंद्रीय उपमहामंत्री सुरेंद्र पांडेय, संगठन मंत्री बीसुरेंद्रन, और महासंघ के अखिल भारतीय महामंत्री दिनेश कौशिक ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की।
बैठक के दौरान महासंघ ने देशभर के स्वास्थ्य संविदा कर्मियों और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) तथा एंबुलेंस कर्मियों के लिए कई प्रमुख मांगें उठाईं। इनमें 7वें वेतन आयोग के अनुसार 18,000 रुपये न्यूनतम मूल वेतन, महंगाई भत्ता, वार्षिक वेतनवृद्धि, ग्रेच्युटी, पेंशन, पीएफ और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों की मांग की गई। इसके अलावा, कर्मचारियों को एकमुश्त सेवानिवृत्ति लाभ, आउटसोर्सिंग की समाप्ति, लंबी सेवा पर लॉयल्टी बोनस और सेवा आयु 65 वर्ष किए जाने जैसी मांगें भी शामिल थीं।
महासंघ के महासचिव दिनेश कौशिक ने मंत्री को बताया कि स्वास्थ्य और एनएचएम कर्मी कोविड-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया था।
मंत्री डॉ. मांडविया ने इन मुद्दों पर सकारात्मक रुख दिखाया और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों को इन मुद्दों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
