राज्य सरकार करनाल में भी घरेलू हवाई अड्डा बनाने की योजना पर काम कर रही है। यहां पहले से मौजूद रनवे को 6000 फुट तक बढ़ाया जाएगा ताकि यहां से उड़ान सेवा शुरू हो सके। इसे कोड-3बी के तहत विकसित किया जाएगा। करनाल व पिंजौर हवाई पट्टी पर कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए उड़ान प्रशिक्षण सेवाएं पहले से चल रही हैं। वहीं भिवानी में ड्रोन ट्रेनिंग सेंटर विकसित करने की योजना है।