आज एआई का उपयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है। ऊर्जा क्षेत्र में भी इसके प्रयोग पर विशेष बल दिया है। स्मार्ट मीटरिंग और आवश्यकता के अनुसार बिजली उपकरणों के संचालन में एआई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, जिससे खर्च में कमी लाई जा सकती है। ऊर्जा के अलावा आवासन के क्षेत्र में भी एआई का प्रयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। मकानों का डिजाइन इस प्रकार तैयार की जा सकती है कि वे सर्दियों में अत्यधिक ठंडे न हों और गर्मियों में बहुत गर्म न हों। इसमें एआई की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के तीसरे दिन सोमवार को ‘नए युग की प्रौद्योगिकियां- विजऩ 2047’ पर पैनल चर्चा को संबोधित करते हुए केंद्रीय ऊर्जा, आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहरलाल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उद्देश्य अकादमिक जगत और उद्योग जगत को एक मंच पर लाना है, ताकि दोनों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि दूरसंचार के माध्यम से हम वायर और वायरलेस तकनीक का उपयोग कर एक-दूसरे से बात कर सकते हैं और दुनिया में कहीं भी बैठे व्यक्ति को देख भी सकते हैं। अब इससे आगे बढ़ते हुए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलियजेंस) का दौर आ गया है, जिसे भविष्य की महत्वपूर्ण तकनीक माना जाता है। एआई टूल्स का सही उपयोग करके किसी भी समस्या का प्रभावी समाधान निकाला जा सकता है। भारत 6जी, एआई और नवाचार आधारित भविष्य की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि वे वैज्ञानिकों से अनुरोध करते हैं कि एआई का प्रयोग सावधानीपूर्वक और समाजहित में करें, ताकि इसका सार्थक रूप से अधिकतम लाभ मिल सके। केंद्रीय मंत्री मोहनलाल ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
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पंचकूला में सोमवार को भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के तीसरे दिन पैनल चर्चा को संबोधित करते केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल। -हप्र
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