चंडीगढ़, 13 अगस्त (ट्रिन्यू)
प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन कोचिंग दिलाई जाएगी। श्रम एवं रोजगार विभाग ने इसके लिए तैयारियां कर ली हैं। पहले चरण में 50 हजार युवाओं को कोचिंग देने का टारगेट है। करीब 13 लाख युवाओं को उनकी च्वाइस के हिसाब से परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी स्कीम के तहत कोचिंग के फंड का प्रबंध होगा। Rs
-दुष्यंत चौटाला, उपमुख्यमंत्री
<!–
<!–
–>
हरियाणा सरकार अब युवाओं को ऑनलाइन कोचिंग कराएगी। हरियाणा ही नहीं, केंद्र व विभिन्न राज्यों की सिविल सर्विस व दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए युवाओं को तैयार किया जाएगा। हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। संभवत: 15 अगस्त के बाद इसे लांच किया जाएगा। केंद्र की नौकरियों में हरियाणा का शेयर 12 प्रतिशत करने का टारगेट रखा गया है।
वर्तमान में आर्मी में हर 10वां जवान हरियाणा से है। इसी तरह से यूपीएससी के अंतर्गत होने वाली भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) व संबद्ध सेवाओं में हरियाणा का शेयर 5 से 6 प्रतिशत है। यानी यूपीएससी की परीक्षाओं में औसतन 5 से 6 प्रतिशत चयन हरियाणा मूल के युवाओं का होता है। हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में हरियाणा के आईएएस, आईपीएस, आईआरएस व आईएफएस अधिकारी हैं।
सरकार ने उन युवाओं को पहले चरण में ऑनलाइन कोचिंग करवाने की प्लानिंग बनाई है, जिन्होंने यूपीएससी, केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग, एनडीए, रेलवे सहित केंद्र सरकार की नौकरियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लिया है। बड़ी संख्या में ऐसे युवा हैं, जिन्होंने यूपीएससी सहित दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्री-एग्जाम भी पास किया है और वे मेन्स में भी कामयाब रहे लेकिन बाद में इंटरव्यू या अन्य मैरिट की वजह से पिछड़ गए। ऐसे युवाओं को पूरी तरह से कोचिंग देकर ट्रेंड किया जाएगा ताकि वे मार न खाएं। चार से पांच ऐसे ऑनलाइन पोर्टल हैं, जिन पर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग दी जा रही है।
डायरेक्ट मार्केटिंग यानी सीधा लाभ
श्रम एवं रोजगार विभाग खुद का पोर्टल तैयार कर रहा है, जिस पर ऑनलाइन कोचिंग का प्रबंध होगा। इतना ही नहीं, युवाओं के सवालों के जवाब देने के लिए एक्सपर्ट की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। प्रदेश के कुल 13 लाख युवाओं को यह कोचिंग देने का टारगेट है। पहले चरण की शुरुआत 50 हजार युवाओं की कोचिंग से होगी। इस पर लगभग 80 लाख रुपये का खर्चा आएगा।
सीएसआर से जुटाएंगे फंड
अहम बात यह है कि रोजगार विभाग ने इस फंड का प्रबंध भी कर लिया है। पहले चरण में युवाओं की कोचिंग पर आने वाले लगभग 80 लाख रुपए का प्रबंध कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) स्कीम के तहत होगा। बड़े उद्योगों द्वारा यह फंड मुहैया करवाया जाएगा। इसके लिए कई कंपनियों के साथ रोजगार विभाग की बातचीत तय हो चुकी है। डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला इस योजना को लेकर विभाग के आला अफसरों के साथ अब तक छह बार बैठक कर चुके हैं।