करनाल, 19 अक्तूबर (हप्र)
आशा वर्कर यूनियन ने आज सीएमओ कार्यालय के बाहर धरना दिया। जिला प्रधान सुदेश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मांगों पर वार्ता के लिए आशा वर्कर यूनियन हरियाणा को 20 अक्तूबर को चंडीगढ़ बुलाया है। यूनियन ने फैसला किया है कि यदि इस दिन भी मांगो का समाधान नहीं होता है तो 22 अक्टूबर को राज्य भर की आशा वर्कर्स बड़ौदा विधानसभा में बड़ी रैली करेंगी। करनाल की आशा वर्कर 20 अक्तूबर को करनाल में प्रदर्शन करेंगी।
इस मौके पर सीटू जिला सचिव जगपाल, ओपी माटा व सुदेश ने कहा कि राज्य की 20 हजार आशा वर्कर सात अगस्त से आंदोलन पर हैं, परंतु राज्य सरकार ने अभी तक मांगों का समाधान नहीं किया। सरकार कोरोना योद्धाओं के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। इस अवसर पर सुदेश रानी, सीटू नेता जगपाल राणा, जोगा सिंह, सतपाल सैनी, ओम प्रकाश माटा, जगमाल सिह, भाग सिंह, निर्मला, सुमन, नीलम, सरोज, सुषमा, कान्ता, सलोचना, अमरजीत, सपना और सीमा मौजूद रहे।
‘झूठा है सरकार का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा’
कैथल (हप्र) : लघु सचिवालय परिसर में आशा वर्कर्स का धरना आज 74वें दिन भी लगातार जारी रहा। धरने पर गुहला क्षेत्र से भागल व अगौंध गांवों की आशा वर्कर्स पहुंची। आज धरने की अध्यक्षता संतोष सुल्तानिया ने की तथा मंच संचालन लखविन्द्र कौर भागल ने किया। संतोष एवं लखविंद्र ने कहा कि आज सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण का नारा झूठ साबित हो रहा है। वे पिछले 74 दिन से धरने पर डटी हैं लेकिन सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी मांगें बड़ी नहीं हैं।