करनाल, 20 अक्तूबर (हप्र)
करनाल जिले में उत्तर प्रदेश के धान की आवक पर रोक लगा दिये जाने के विरोध में किसानों ने हरियाणा यूपी सीमा पर जाम लगाकर रोष प्रदर्शन किया।
किसानों द्वारा यमुना नदी पुल पर ट्रालियों खड़ी करके जाम लगा दिये जाने के बाद सैंकड़ों वाहन दिनभर मेरठ रोड पर फंसे रहे। किसानों ने कहा कि जब तक यूपी के धान की खरीद शुरू नहीं की जाती सीमा पर जाम लगा रहेगा। प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि किसान देश में कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं। लेकिन उन्हीं की प्रदेश सरकार हरियाणा में यूपी का धान नहीं ले रही। किसानों ने कहा कि वह मूलत: हरियाणा से हैं, उनकी जमीनें यूपी में हैं। उन्होंने पार्टल पर पंजीकरण किया हुआ है। इसके बाद भी उन्हें धान बेचने से रोका जा रहा है। कई दिनों से धान की ट्रालियां लेकर सीमा पर खड़े हैं। किसानों के जाम के कारण सीमा पर दोनो और 8 किलोमीटर क्षेत्र में वाहन फंसे रहे और कारों में बैठे परिवार पानी के लिए तरसते रहे। सीमा पर करनाल की मंगलौरा पुलिस चौंकी के प्रभारी सतपाल ने कहा कि करनाल जिला प्रशासन की और से मोटी जीरी की आवक पर रोक लगाई गई है। इसके लिए अलग पुलिस पोस्ट बनाकर डयूटी मैजिस्ट्रेट भी तैनात किये गये हैं।
4. 99 लाख मीट्रिक टन धान की आवक
कैथल (हप्र) : जिले की विभिन्न मंडियों में खरीद एजेंसियों द्वारा 4 लाख 99 हजार 327 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा सबसे अधिक 2 लाख 48 हजार 669 मीट्रिक टन धान खरीदी गई है। धान खरीद को लेकर उपायुक्त प्रदीप दहिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में विभिन्न स्थानों पर संचालित मंडियों में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जा रही है। किसानों की सुविधा के लिए मंडियों में उचित प्रबंध भी किए गए हैं।