ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

राइस मिल में लगी आग से करोड़ों की जीरी, चावल व बारदाना जलकर राख

कैथल, 3 मई (हप्र) निकटवर्ती गांव बरोट में बीती रात करीब 9 बजे जीविशा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में बिजली के शॉट सर्किट से आग लग गई, जिससे करोड़ों रुपये की जीरी, चावल व बारदाना जलकर स्वाह हो गया। आग की...
कैथल की बरोट राइस मिल में आग बुझाती फायर ब्रिगेड की गाड़ी। -हप्र
Advertisement

कैथल, 3 मई (हप्र)

निकटवर्ती गांव बरोट में बीती रात करीब 9 बजे जीविशा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में बिजली के शॉट सर्किट से आग लग गई, जिससे करोड़ों रुपये की जीरी, चावल व बारदाना जलकर स्वाह हो गया।

Advertisement

आग की लपटों की आंच 100 फुट दूर तक महसूस की गई। मिल मालिक अमरजीत छाबड़ा के अनुसार इस आग से पांच से छह करोड़ का नुकसान हुआ है। आग इतनी भंयकर थी कि फायर ब्रिगेड की आठ गाड़ियां रात भर आग पर काबू पाने में जुटी रहीं। वहीं, 3 जेसीबी मशीनों द्वारा गोदाम की दीवारों को गिराया गया। आगजनी की सूचना पाकर ढांड के नायब तहसीलदार अचिन स्टाफ सहित मौके पर पहुंचे और सहायता कार्यों में जुटे।

इस मौके पर पटवारी भूप सिंह, ढांड पुलिस के एएसआई बलजोर सिंह व 7-8 पुलिसकर्मी तैनात रहे। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मौके पर एंबुलेंस भी पहुंची। नायब तहसीलदार अचिन ने बताया कि जैसे ही उन्हें आगजनी की सूचना मिली वे मौके पर पहुंचे और इसके बाद में संबंधित विभाग को सूचना दे दी गई। आगे की कार्रवाई की जा रही है, रात 11 बजे एक्सियन पूंडरी को फोन कर रूरल फीडर लाइट चलवाई गई, जिससे फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बिना रुके पानी मिलता रहा व आग पर काबू पाने में काफी सहायक रही। मिल में लगी आग के कारण हुए नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए मिल मालिक अमरजीत छाबड़ा ने बताया कि आगजनी के कारण उनका करोड़ों का नुकसान हो गया है।

इसमें उनकी बासमती जीरी व चावल बारदाना सभी व गोदाम इत्यादि तकऱीबन 5-6 करोड़ का माल जलकर राख हो गया।

सीवन, ढांड, पूंडरी, राजौंद, कलायत से भी बुलाई गाड़ियां

जब फायर आफिसर उत्कर्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जैसे ही आग लगने की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे। इस मौके पर जाकर देखा तो आग ज्यादा फैल रही थी। इसके बाद उन्होंने आसपास के स्टेशन सीवन, ढांड, पूंडरी, राजौंद, कलायत पर फोन किया और वहां से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाया गया। विभाग की आठ गाड़ियों ने पूरी रात लगातार आग बुझाने का काम किया। आग ज्यादा लगी होने के कारण जेसीबी मशीन की मदद से दीवारों को भी गिराया गया। फायर आफिसर उत्कर्ष बताया कि गनीमत यह भी रही कि उन्हें आग बुझाने के लिए पानी राइस मिल के बाहर ही मिल गया, जिससे उन्हें आग बुझाने में काफी आसानी रही।

Advertisement