‘होली पर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के साथ धृति योग बनेगा’
जगाधरी (हप्र) इस बार भी होली पर एक विशेष योग बन रहा है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर के आचार्य त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि इस बार होलिका दहन पर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के साथ धृति योग बन रहा है। इसके अलावा...
जगाधरी (हप्र)
इस बार भी होली पर एक विशेष योग बन रहा है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर के आचार्य त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि इस बार होलिका दहन पर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के साथ धृति योग बन रहा है। इसके अलावा होली के दिन यानी फाग 14 मार्च को उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के साथ-साथ शूल योग का भी निर्माण होगा। त्रिलोक शास्त्री ने बताया कि ऐसे में पूजा पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। उन्होंने बताया कि 14 मार्च, 2025 को फाग के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा, लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा। आचार्य त्रिलोक महाराज ने बताया कि अगर ग्रहण दृश्यमान न हो तो इसका धार्मिक कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। आचार्य ने बताया कि इस बार होली पर लगने वाला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर लगेगा। यह दोपहर बाद 3 बजकर 29 मिनट पर समाप्त हो जाएगा।

