श्रद्धालुओं ने किए शनि शिंगणापुर धाम के दर्शन
पानीपत, 9 फरवरी (हप्र)
सनातन संस्कृति और आस्था को जीवंत बनाए रखने के संकल्प के साथ चल रही महासंगम यात्रा रविवार को महाराष्ट्र स्थित शनि शिंगणापुर धाम पहुंची और श्रद्धालुओं के साथ धाम के दर्शन किए। कारवां भीमाशंकर से आगे बढ़ रहा था, तो तूंग नदी के तट पर श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग और भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा का अभिषेक किया। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच जलाभिषेक और पूजन-अर्चन हुआ, जिससे संपूर्ण वातावरण शिवमय हो उठा।
महासंगम यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार और भारत के मंदिरों को आधुनिक युग के साथ जोडऩे का एक महान संकल्प है। यह यात्रा युवाओं को अपनी जड़ों से जोडऩे का कार्य कर रही है। महासंगम यात्रा भीमाशंकर से नासिक, वडोदरा, सोमनाथ और द्वारका तक का सफर तय करेगी। इस यात्रा के माध्यम से सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार और मंदिरों के आधुनिकीकरण के प्रयासों को और अधिक गति मिल रही है। बताया गया है कि आज के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डिजिटल युग में, सनातन संस्कृति और भारतीय परंपराओं को नई तकनीकों के साथ जोड़ना समय की मांग है। महासंगम यात्रा का उद्देश्य प्राचीन मंदिरों और तीर्थ स्थलों को आधुनिक तकनीकी सुविधाओं, डिजिटल बुकिंग सिस्टम और ऑनलाइन धार्मिक सेवाओं से जोडऩा है, जिससे श्रद्धालुओं को सरल और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।
