समाज का विकास तभी संभव, जब बेटियां शिक्षित हों : महावीर गुड्डू
चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) में चल रहे 12वें त्रिवेणी युवा महोत्सव 2025 के दूसरे दिन मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर संगीत, नृत्य, रंगकला और सृजनात्मक अभिव्यक्तियों से गूंज उठा। प्रतिभागियों ने अपनी कला, ऊर्जा और रचनात्मक सोच से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरुआत समाजसेवी एवं शिक्षाविद् महावीर गुड्डू ने की। उद्धघाटन सत्र की अध्यक्षता डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेश गहलावत, डीन यूनिवर्सिटी स्कूल फॉर ग्रेजुएट स्टडीज प्रो. सुशील कुमार, प्रो. राजकुमार, प्रो. कासिफ किदवई व कलाकार जनार्दन शर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। युवा कल्याण निदेशक डॉ. मंजू नेहरा ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में चार विभिन्न मंचों पर अनेक सांस्कृतिक, साहित्यिक और तकनीकी प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिनका मूल्यांकन विभिन्न राज्यों से आए विशेषज्ञ निर्णायक कर रहे हैं।
महावीर गुड्डू ने कहा कि डिजिटल मीडिया के इस युग में भी परंपरागत लोक माध्यमों की प्रासंगिकता और प्रभाव कायम हैं। जहां आधुनिक तकनीक लोगों को जोड़ने का माध्यम बनी है तो वहीं लोक माध्यमों ने समाज की जड़ों और संस्कृति को संजोकर रखा है। उन्होंने कहा कि युवा ही राष्ट्र की असली शक्ति हैं और उन्हें चाहिए कि वे अपनी ऊर्जा, रचनात्मकता और सोच को समाज के सकारात्मक परिवर्तन में लगाएं। गुड्डू ने लड़कियों की शिक्षा और सशक्तिकरण पर विशेष बल देते हुए कहा कि किसी भी समाज का विकास तभी संभव है, जब बेटियां शिक्षित, आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी हों।
