कैथल, 9 मई (हप्र)
लंबित पड़े ट्यूबवेल कनेक्शन न मिलने से गुस्साए किसानों ने नवग्रह चौक स्थित राजीव गांधी विद्युत सदन में जमकर बवाल काटा। जवाहर पार्क से प्रदर्शन करते हुए विद्युत सदन पहुंचे किसानों और पुलिस में जमकर झड़प हुई। झड़प में बिजली घर के शीशे टूट गए। यह झड़प किसानों के निगम परिसर के अंदर जाने को लेकर हुई। किसान बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता कशिक मान को अपनी मांगों का ज्ञापन देने वहां पहुंचे थे। उस समय पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प के बाद यह हंगामा हुआ।
प्रदर्शनकारियोें का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष होशियार गिल प्यौदा व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने किया। होशियार गिल प्यौदा, महावीर चहल व विक्रम कसाना ने कहा कि बिजली निगम के अधिकारी अपनी तानाशाही रवैये पर उतर आए हैं। झड़प के बाद किसान विद्युत सदन के मुख्य गेट पर ही धरना लगाकर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने रास्ता ही रोक लिया। कुछ देर बाद पुलिस के समझाने के बाद ही किसान अपने घरों की ओर लौटे। किसानों का कहना था कि उन्होंने वर्ष 2014 से 2018 के बीच में 3300 ट्यूबवेल के कनेक्शन अप्लाई किए थे। इनमें से अब तक 2800 कनेक्शन शेष है। उन्होंने कहा कि बिजली निगम की तरफ से पिछले करीब चार साल से ट्यूबवेल के कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। जिससे किसानों में गुस्सा है।
इस अवसर पर विक्रम कसाना ने कहा कि कनेक्शनों की सिक्योरिटी राशि भी किसानों की तरफ से जमा करवाई गई है, लेकिन उसके बावजूद किसानों को कनेक्शन न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।
‘17 को होगी बातचीत’
उत्तर हरियाणा बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता कशिक मान ने कहा कि ट्यूबवैल कनेक्शन सरकार के आदेशों के तहत ही दिए जाते हैं। किसानों को मुलाकात के लिए 17 मई का समय दिया गया है। इसके बाद बातचीत से हल निकाला जाएगा। 2958 में से 960 किसानें को कनेक्शन दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 1407 कनेक्शनों पर काम चल रहा है। ऐसे 491 किसान हैं जो नियमों व शर्तों को पूरा नहीं करते हैं।
पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही थी: थाना प्रभारी
शहर थाना प्रभारी रोहताश ने कहा कि किसानों और पुलिस के बीच झड़प वाली कोई ऐसी कोई बात नहीं है। किसानों को मुख्य गेट पर ही रुके रहने का आग्रह किया था, लेकिन वे अंदर आ रहे थे। जिस पर पुलिस ने उन्हें केवल रोका था। पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही थी।
करनाल में राष्ट्रीय किसान अधिवेशन की तैयारी, जनसंपर्क तेज
करनाल (हप्र) : संघर्ष की आगामी रणनीति तय करने के लिए करनाल में राष्ट्रीय स्तर के किसान अधिवेशन की तैयारी की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन ने 18 मई को गांव सौंकडा स्थित गुरुद्वारा परिसर में राष्ट्रीय किसान अधिवेशन करने का निर्णय लिया गया है। इस अधिवेशन में उतर भारत के कई राज्यों के किसान नेता शिरकत करेंगे और अधिवेशन को लेकर भाकियू पदाधिकारियों ने संपर्क अभियान शुरू कर दिया है। भाकियू प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने बताया कि अधिवेशन में जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उतराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष भाग लेंगे। हरियाणा से इस अधिवेशन में 400 डेलीगेट भाग ले रहे हैं। रतनमान ने कहा कि अधिवेशन में कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और संघर्ष की आगामी रणनीति तय होगी। उन्होंने कहा कि अधिवेशन में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय महासचिव युद्वबीर सिंह सहरावत मुख्य तौर पर शिरकत करगें। इस अवसर पर भाकियू सरंक्षक जोगिंद्र सिंह झिंडा, खंड प्रधान नरवेर सिंह रत्तक, अल्पसं यक प्रकोष्ठ प्रधान सराजूद्दीन, उपप्रधान गुलजार सिंह अच्छनपुर, युवा अध्यक्ष वचितर सिंह, शहरी प्रधान मगर सिंह मौजूद थे।
उन्होंने चेतावनी देते हुए अगर समय रहते उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे 17 मई को अधीक्षक अभियंता के कार्यालय के आगे तम्बू लगाकर प्रदर्शन करेंगे।