करनाल, 6 मार्च (हप्र)
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को महंगाई व बेरोगारी, सरकारी संपत्तियों के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर जिला सचिव अशोक कुमार ने कहा कि भाजपा को सत्ता देते वक्त जनता ने जो उम्मीदें पाली थी वे सब टूट चुकी हैं। देश की बेशकीमती दौलत, कारखाने, खनिज और जमीन पूंजीपतियों को लुटाई जा रही हैं। चंद पूंजीपतियो के साथ सांठगांठ से पूरे देश की संप्रभुता गिरवी रखा जा रही है। भाजपा सरकार में जनता के जनतांत्रिक अधिकारों पर हमले बढ़े हैं। सैंकड़ों युवाओं, लेखकों, पत्रकारों व सामाजिक कार्यकर्ताओं पर हमले बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि खेती पर कानून बनाना राज्य का अधिकार है लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने संविधान को रौंदते हुए काले कानून जनता पर थोप दिए हैं। इस अवसर पर वाईपी यादव, सियानंद परोचा, भीम सिंह, बलदेव, रघुबीर आदि मौजूद रहे।
महंगाई के विरोध में फूंका पुतला
गुहला चीका (निस ) : पेट्रोल, डीजल, बढ़ती महंगाई व तीन कृषि कानूनों के विरोध में शनिवार को किसानों ने रिलायंस पेट्रोल पंप चीका पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंक केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों को संबोधित करते हुए सुच्चा सिंह, एडवोकेट जीवानंद कौशिक, साहब सिंह संधू, राजबीर सिंह, एडवोकेट सुखचैन थिंद, मंगत राम, कमलजीत सिंह, सुखदेव सिंह व कुलदीप सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए 3 कृषि कानून बनाए हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने कोरोना की आड़ में इन कानूनों को संसंद में बहस किए बिना ही पास करवा दिया उससे सरकार की नियत पर शक होना लाजिमी है। आज कच्चे तेल के दमा बहुत कम है इसके बावजूद केंद्र सरकार महंगे दामों पर पेट्रोल व डीजल बेचकर तेल कंपनियों को लाभ पहुंचा रही है और इस एवज में इन कंपनियों से मोटा पैसा ले रही है। इस मौके पर जसपांल सिंह, कृपाल सिंह, अमर सिंह, गुरमीत कंबोज आदि मौजूद रहे।