करनाल, 15 अक्तूबर (हप्र)
करनाल के गांव भैणी खुर्द में लोन रिकवरी के लिए पोल्ट्री फार्म सील करने आए बैंक के एजेंटों द्वारा प्रताड़ित किसान परिवार के युवक ने आज पुलिस के सामने जहर गटक लिया।
निजी अस्पताल में युवक किसान संदीप की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इससे पहले युवक के परिवार के सदस्य बैंक अधिकारियों के सामने गुहार लगाते रहे कि वह तत्काल 10 लाख रुपया ले लें और बाकि अदायगी के लिए दिसम्बर तक का समय दे दिया जाए। परिवार ने अपने सारे सोने के जेवर भी देने की तैयारी कर ली। लेकिन भारी पुलिस बल लेकर पहुंचे बैंक के एजेंटों ने परिवार की एक नहीं सुनी और फोन पर उनकी बोली लगाकर मुर्गे कैंटर में भरने शुरू कर दिए। चारों और से निराश इस परिवार के युवक ने शाम के समय जहर गटक लिया।
फार्म मालिक किसान बलजीत मैहला ने बताया कि उन्होंने बैंक आफ इंडिया से लोन लिया था। लेकिन लाकडाउन के कारण उनका बिजनेस लड़खड़ा गया। बैंक ने रिकवरी नोटिस भेजे थे। इसी दौरान उनके बीच करीब 42 लाख की अदायगी पर समझौता होने की सहमति बनी। बाद में बैंक मुकर गया और एक करोड़ की मांग कर दी। उन्होंने बताया कि बैंक के एजेंट व अधिकारी आज सुबह उनके परिवार के दो पोल्ट्री फार्म सील करने के लए पुलिस लेकर पहुंच गये। इस दौरान परिवार के लोगों ने घंटों तक उनकी मिन्नतें की। दोपहर बाद बैंक के एजेंटों ने फार्म के मुर्गे वाहन में पटकने शुरू कर दिए। इस बीच वहां पहुंचे ग्रामीणों ने भी बैंक अधिकरियों से समय देने की गुहार लगाई। बैंक अधिकारी नहीं माने और उन्होंने मीडिया से भी बात करने का इनकार कर दिया। इस बीच अस्पताल में पहुंचे भाकियू के प्रदेश महासचिव प्रवीण मथाना ने कहा कि यह रिकवरी नहीं थी, डाका था।