अपराजिता ने संभाला कैथल डीसी का पदभार
वर्ष-2018 बैच की आईएएस अधिकारी अपराजिता ने मंगलवार को नवनियुक्त डीसी के रूप में कार्यभार संभाल लिया। यहां पहुंचने पर पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एडीसी कम सीईओ जिला परिषद सुरेश राविश, एसडीएम अजय सिंह,...
वर्ष-2018 बैच की आईएएस अधिकारी अपराजिता ने मंगलवार को नवनियुक्त डीसी के रूप में कार्यभार संभाल लिया। यहां पहुंचने पर पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
एडीसी कम सीईओ जिला परिषद सुरेश राविश, एसडीएम अजय सिंह, डीआईपीआरओ नसीब सिंह सैनी ने उनका स्वागत किया। डीसी अपराजिता ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उनकी प्राथमिकताओं में है। साथ ही जिले में चल रहे विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा करवाया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभागों को एक सप्ताह में अपने विभाग से संबंधित विकास कार्यों की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे सभी मेहनत, ईमानदारी एवं अनुशासन में रह कर अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। कार्यालय में आने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाये। विभिन्न प्रकार के कार्यो के लिए कार्यालय आने वाले आमजन के साथ अच्छा व्यवहार करें। डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रत्येक कार्य कानून, नियम और समयबद्धता के अनुसार ही संचालित होगा। फाइलों में अनावश्यक विलंब, जन शिकायतों की उपेक्षा या प्रक्रियाओं में लापरवाही को किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
यह है अब तक का करिअर
इससे पहले आईएएस अधिकारी अपराजिता स्वच्छ भारत मिशन के निदेशक पद पर थीं। केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद अपराजिता ने बतौर इंजीनियर भी काम किया है। इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा पास कर वे वर्ष 2018 बैच में आईएएस बनीं थीं। बनारस की मूल निवासी आईएएस अपराजिता ने सबसे पहले बल्लभगढ़ एसडीएम के तौर पर सेवाएं दी थीं। इसके बाद वे फरीदाबाद में एडीसी के तौर पर कार्यरत रहीं। वे फरीदाबाद में नगर निगम में सहायक आयुक्त भी रहीं। साथ ही अंबाला में एडीसी के तौर पर भी कार्यभार देख चुकी हैं। वे पंचकूला में बतौर नगर निगम आयुक्त व एडीसी भी रह चुकी हैं।

