करनाल, 11 मई (हप्र)
बाल कल्याण समिति के प्रयासों से झारखंड की एक बेटी की 5 साल बाद घर वापसी होगी। 15 वर्षीय लड़की कलिस्ता मुंडे पिछले 5 वर्ष से अपने परिवार से बिछड़कर फूसगढ़ स्थित एमडीडी बाल भवन में रह रही थी।
जिला बाल कल्याण समिति करनाल के चेयरमैन उमेश चानना ने बताया कि वर्ष 2016 में कलिस्ता अपने चाचा के साथ करनाल आई थी और चाचा इसे चाइल्ड लेबर में लगाकर फरार हो गया। इसके उपरांत जिला बाल कल्याण समिति ने 9 वर्षीय कलिस्ता को रेसक्यू कर बाल भवन में भेज दिया था। उन्होंने बताया कि अब कलिस्ता ने बताया कि वह हरमुंडा टोली की रहने वाली है। इंटरनेट पर गांव का नाम खोजने के बाद पता चला कि यह गांव झारखंड के लातिहार जिला में पड़ता है। उन्होंने संबंधित थाना इंचार्ज से बच्ची कलिस्ता के परिवार का पता लगाने की बात कही।
थाना इंचार्ज भी हरमुंडा टोली के रहने वाले निकले और उन्होंने अविलम्ब कलिस्ता के परिवार का पता लगा लिया। वहां की पुलिस को कलिस्ता की 2016 वाली फोटो शेयर की गई और परिवार की पुष्टि होने पर माता जीरामुनि देवी और पिता धनेश मुंडे से कलिस्ता की बात करवाई गई। चेयरमैन ने बताया कि जल्द ही कलिस्ता को उसके परिवार के पास भिजवाया जाएगा।