शिमला, 21 जून (निस)
योग न केवल मानव को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है बल्कि यह शरीर और आत्मा के मध्य सन्तुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज पीटरहॉफ शिमला में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस-2021 के अवसर पर प्रदेश के आयुष विभाग द्वारा वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस-2021, योगा फोर वैल बींग विषय पर आधारित है, जो कि कोरोना महामारी के इस कठिन समय में बहुत प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी न केवल एक आपदा है, बल्कि इस महामारी ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाला है। कोरोना महामारी के प्रतिबन्धों और इससे हुई क्षति के कारण लोग अवसाद और चिन्ता से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने अपनी वैबासइट पर बताया है कि योग लोगों को इस तरह के संकटों से निपटने में सहायक सिद्ध होता है। यह सन्देश लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने कहा कि प्रतिस्पर्धात्मक और तनाव भरे इस समय में योग शरीर और मस्तिष्क को राहत पहुचाने का एक उपयुक्त माध्यम बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि आयुष धर-द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत 1327 समूह गठित किए गए हैं। जिनके माध्यम से 53000 से अधिक लोगों को योग और प्राणायाम करने के लिए प्रेरित किया गया है।
योग मन की शांति, लाता है पवित्रता : धूमल
हमीरपुर (निस) : योग मन की शांति और पवित्रता लाता है, योग शरीर मन और आत्मा को जोड़ने का विधान है। प्रतिदिन सुबह उठकर कुछ समय के लिए योग करना मेरी दिनचर्या का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे सब लोगों को अपनाना चाहिए। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अपने निवास स्थान समीरपुर से समस्त जनता को योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संदेश देते हुए यह बात कही है। प्रो. धूमल ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने योग के महत्व को समझा और आम जनमानस को इसे सीखने के लिए इसे ग्रंथों में उतारा है। हमारे पूर्वजों ने योग को जीवन में आत्मसात करके एक निरोगी स्वस्थ और लंबा जीवन जीया है।
राज्यपाल ने किया योगाभ्यास
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न योगासनों का अभ्यास किया। राज्यपाल ने अपने आवासीय परिसर में प्रदेश के आयुष विभाग द्वारा आयोजित योग सत्र में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि योग मस्तिष्क और आत्मा की शुद्धि का सर्वोत्तम साधन है और योग के बिना हम स्वस्थ शरीर की परिकल्पना नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण योग की प्रासंगिकता और अधिक बढ़ गई है। उन्होंने जीवन की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाने पर बल दिया।