बीबीएन (निस) : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत किशनपुरा में सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि जैसे ही महिला सड़क को क्रॉस करने के लिए सड़क की ओर आई तो दूसरी ओर से एक कार को ओवरटेक करते हुए दूसरी कार ने महिला को बुरी तरह से टक्कर मार दी। यह पूरी घटना सड़क के साथ लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। महिला को उसी कार सवार द्वारा इलाज के लिए पहले बद्दी के एक अस्पताल में लाया गया। महिला की हालत को गंभीर देखते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। घटना 12 जून की बताई जा रही है और 15 जून को महिला ने पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया । मामले की पुष्टि करते हुए ग्राम पंचायत किशनपुरा के प्रधान सूजन सैनी ने बताया कि बस स्टैंड के पास यह हादसा हुआ था, जिसमें एक कार ने महिला को टक्कर मारी थी और वही कार सवार उस महिला का 2 दिन से पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज करवा रहा था। उन्होंने कहा कि 15 जून को महिला की पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि मृतक महिला की उम्र करीब 50 वर्ष थी जो कि अपने पूरे परिवार के साथ की किशनपुरा में एक किराए के मकान में रह रही थी और वह एक निजी कंपनी में काम करती थी।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।