शिमला, 16 नवंबर (निस)
हिमाचल में लगभग तीन महीने से चल रहा सूखे का दौर खत्म हो गया। बीती रात पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली जबकि राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले व मैदानी इलाकों में आज दोपहर बाद तक रुक-रुक कर वर्षा होती रही जिससे किसानों और बागवानों ने राहत की सांस ली है। पर्यटक स्थल कुफरी, नारकंडा, मनाली और डलहौजी में इस सीजन का पहला हिमपात भी हुआ। नवंबर में ही बर्फबारी के राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में स्थित पर्यटक स्थलों तक उतर आने से खासकर पर्यटन उद्योग ने राहत की सांस ली है और राज्य में आने वाले दिनों में कोरोना महामारी के बीच पर्यटकों की आमद एक बार फिर बढ़ने की उम्मीद है।
जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा के पांगी सहित कुल्लू के ऊंचे क्षेत्रों में भी बर्फबारी हुई है। अप्पर शिमला के खड़ापत्थर, खिड़की और कुफरी में ताजा हिमपात से आज दोपहर तक वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लाहौल-स्पीति और किन्नौर के कई क्षेत्रों में भी बर्फबारी होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। कुछ गांवों की बिजली व्यवस्था पर इसका असर पड़ा है। जनजातीय क्षेत्रों का पारा जहां माइनस में चला गया, वहीं शिमला से सटे कुफरी में तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। मौसम विभाग ने राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में 17 से 22 नवम्बर तक मौसम के साफ रहने का अनुमान जताया है। हालांकि उच्च पर्वतीय इलाकों में 19 व 22 नवम्बर को फिर बर्फबारी होने की संभावना है।
लाहौल-स्पीति का केलंग राज्य में सबसे ठंडा रहा : बीते 24 घंटों के दौरान लाहौल-स्पीति का केलंग राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां आज न्यूनतम तापमान -3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। किन्नौर के कल्पा में पारा -0.8 डिग्री, कुफरी में शून्य डिग्री, मनाली में 0.2 डिग्री, डल्हौजी में 0.6 डिग्री, शिमला में 3.6 डिग्री, पालमपुर में 5.5 डिग्री, सोलन में 5.6 डिग्री, धर्मशाला में 5.8 डिग्री, भुंतर में 6.5 डिग्री, मंडी में 8.1 डिग्री, कांगड़ा में 9.1 डिग्री, सुंदरनगर में 9.3 डिग्री, चंबा में 9.5 डिग्री, हमीरपुर में 10.4 डिग्री, बिलासपुर व ऊना में 11-11 डिग्री और नाहन में 12.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।