मंडी (निस) : चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नेरचैक के समीप डडौर में कार हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई। धर्मपुर की ग्राम पंचायत हयूणपैहड के गांव जटेहडी के रेलू राम का बड़ा बेटा सुनील कुमार (25) जो एयरफोर्स में नौकरी करता था और ग्वालियर से शादी के लिए घर आया था। छोटा भाई पंकज कुमार (23) जो पथ परिवहन निगम धर्मपुर डिपो में परिचालक था। छोटा भाई आल्टो कार से अपने बड़े भाई को मंडी छोड़ने रवाना हुआ था, लेकिन मंडी पहुंचने पर पता चला कि वोल्वो बस चंडीगढ़ नहीं जाएगी तो दोनों भाइयों ने मन बनाया और ग्वालियर के लिए ट्रेन पकड़ने के लिये अंबाला के लिए रवाना हो गए। मंडी से थोड़ी दूर डडौर पहुंचे थे कि कार एक ट्रक से जा टकराई। दोनों घायलों को नेरचैक मेडिकल कालेज पहुंचाया जहां दोनों भाइयों ने दम तोड़ दिया।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।