प्रेमराज काश्यप/निस
रामपुर बुशहर, 27 अगस्त
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय ज़िले किन्नौर के सेब उत्पादक इस बार खूब मालामाल होंगे। जिले में इस वर्ष 65 हजार 666 मीट्रिक टन सेब उत्पादन का अनुमान है, जिससे लगभग 32 लाख 83 हजार 300 सेब पेटियां होने का अनुमान है। इन सेब की पेटियों को मण्डियों तक पहुंचाने के लिए लगभग 8,209 ट्रकों की आवश्यकता पड़ेगी।
किन्नौर के जिलाधीश गोपाल चंद ने बताया कि ज़िले के कल्पा उपमंडल में इस वर्ष 28 हजार 716 मीट्रिक टन सेब के उत्पादन का अनुमान है, जिससे लगभग 14 लाख 35 हजार 800 बाॅक्स बनेंगे और इनको मण्डियों तक पहुंचाने के लिए 3,590 ट्रकों की आवश्यकता होगी। इसी प्रकार निचार उपमंडल में 12 हजार 150 मीट्रिक टन सेब उत्पादन की उम्मीद है जिससे लगभग 6 लाख 7 हजार 500 सेब बाॅक्स तैयार होंगे और इसकी ढुलाई के लिए 1519 ट्रकों की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि पूह उपमंडल में 24 हजार 800 मीट्रिक टन सेब उत्पादन का अनुमान है। यहां से 12 लाख 40 हजार सेब बाॅक्स की ढुलाई के लिए 3100 ट्रकों की आवश्यकता होगी।
बागवानों को पंचायत प्रधान की उपस्थिति में एग्रीमेंट की सलाह
उपायुक्त ने किनफैड व अन्य सेब बाॅक्स व्यापार से जुड़े अन्य विक्रेताओं से कहा कि वे बागवानों की जरूरत के अनुसार समय पर सेब बाॅक्स उपलब्ध करवायें ताकि बागवानों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने बागवानों से आग्रह किया कि वे आढ़तियों व सेब व्यापारयों को अपने उत्पाद का सौदा करने से पूर्व उनके साथ लिखित एग्रीमेंट पंचायत प्रधान की उपस्थिति में अवश्य करवायें, ताकि धोखा-धड़ी आदि के मामलों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में बाहर से आने वाले सभी आढ़तियों व मजदूरों को क्वांरटाइन करना आवश्यक बनाया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।