कमल चौहान/निस
सोलन, 2 अक्तूबर
कसौली के सनावर स्थित द लारेंस स्कूल का तीन दिवसीय 175वां स्थापना दिवस समारोह महात्मा गांधी जयंती के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल के पूर्व छात्र एवं पूर्व चुनाव आयुक्त नवीन चावला ने बतौर मुख्य अतिथि किया। समारोह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष सभा भी आयोजित की गई। स्कूल के प्रिंसिपल हिम्मत सिंह ढिल्लों के साथ मुख्य अतिथि ने ऐतिहासिक पीसस्टेड खेल के मैदान पर तिरंगा भी फहराया। विद्यार्थियों ने ‘रघुपति राघव राजा राम’ और ‘एबाइड विद मी’ गीत गाए। पूर्व चुनाव आयुक्त चावला ने विद्यार्थियों से महात्मा गांधी के जीवन, कार्य और विचारधाराओं के बारे में बात की। उन्होंने विद्यार्थियों से महात्मा गांधी द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया। चावला ने 1953-1961 तक स्कूल में बिताए अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साझा किया। निबंध लेखन पर कराई गई प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि ने सम्मानित किया। प्रिंसिपल हिम्मत सिंह ढिल्लों ने विजेताओं को बधाई दी और मुख्य अतिथि चावला का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सच्चाई, प्रेम और अहिंसा को मूर्त रूप देने वाले गांधी भी नि:स्वार्थ सेवा के पथ प्रदर्शक हैं। स्कूल के हेड ब्वॉय आदित्य वीर सिंह चंदेल ने कहा किमहात्मा गांधी दुनिया के अब तक के सबसे महान चेंज मेकर्स में से एक थे। उनका मानना था कि ताकत शारीरिक क्षमता से नहीं आती। विद्यालय की हेड गर्ल उस्ता कौर जटाना ने कहा, आशावादी से क्षमा करने वाले तक महात्मा गांधी एक महान शिक्षक हैं, जिन्होंने दुनिया को विभिन्न जीवन कौशल सिखाए, जिनका हम आज के जीवन में अभ्यास करते हैं। उनका यह कहना, ‘ऐसे जियो जैसे तुम कल मरने वाले हो और सीखो जैसे कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो। समारोह में अतिथियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ भी उठाया।
पुराने छात्रों ने यादें की ताजा
1957, 1962, 1972 और 1997 बैच के 100 से अधिक पुराने छात्र स्कूल में फिर से मिले और स्कूल के दिनों की यादें ताजा कीं। इनमें कुछ प्रसिद्ध हस्तियों में जसजीत भट्टल, लेहमैन ब्रदर्स की पूर्व सीईओ मेनका गांधी, अनुभवी राजनीतिज्ञ और प्रसिद्ध पशु अधिकार कार्यकर्ता और न्यूयार्क विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वसंत धर शामिल थे। विद्यार्थियों द्वारा शाम को ऐतिहासिक बार्न हॉल में नाटक का मंचन किया गया। स्कूल के 100 से अधिक छात्रों ने जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के नाटक पाइग्मेलियन पर आधारित ‘विद ए लिल बिट ऑफ लक’ नामक एक संगीत-कॉमेडी क्लासिक नाटक प्रस्तुत किया।