शिमला, 26 अप्रैल (निस)
छात्र अभिभावक मंच पब्लिक स्कूल की टयूशन फीस में पचपन प्रतिशत तक की फीस बढ़ोतरी के खिलाफ 28 अप्रैल को शिक्षा निदेशालय का घेरावा और प्रदर्शन करेगा। मंच ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने 5 दिसम्बर 2019 की अधिसूचना को लागू न किया व टयूशन फीस में बढ़ोतरी को वापिस न लिया तो आंदोलन तेज होगा। मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा ने उच्चतर शिक्षा निदेशक से मांग की है कि वह तुरन्त दयानंद पब्लिक स्कूल के मामले में हस्तक्षेप करें व शिक्षा निदेशालय की अधिसूचना को लागू करवाएं। यह अधिसूचना वर्ष 2019 में जारी हुई थी व इसमें स्पष्ट किया गया था कि वर्ष 2020 व उसके तत्पश्चात कोई भी निजी स्कूल अभिभावकों के जनरल हाउस के बगैर कोई भी फीस बढ़ोतरी नहीं कर सकता है। इसके बावजूद डीपीएस स्कूल ने वर्ष 2020 में फीस बढ़ोतरी की। वर्ष 2021 में इस स्कूल ने सारे नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए टयूशन फीस में भारी-भरकम बढ़ोतरी करके सीधे पचपन प्रतिशत तक फीस बढ़ोतरी कर दी है। डीपीएस प्रबंधन ने नर्सरी व केजी कक्षा की फीस को एक हजार नौ सौ से बढ़ाकर 2850 रुपये,पहली से पांचवीं कक्षा तक की प्रतिमाह टयूशन फीस दो हज़ार से बढ़ाकर तीन हज़ार रुपये, छठी से आठवीं कक्षा की फीस को दो हज़ार एक सौ से बढ़ाकर तीन हज़ार दो सौ पचास रुपये तथा नौंवीं-दसवीं कक्षा की प्रतिमाह फीस को दो हज़ार दो सौ पचास रुपये से बढ़ाकर तीन हज़ार पांच सौ रुपये कर दिया है। इस तरह वार्षिक बारह हजार रुपये से पन्द्रह हज़ार रुपये की टयूशन फीस बढ़ोतरी की गई है।