शिमला, 14 सितंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 17 सितंबर को राज्य की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में होने वाले विशेष सत्र को यादगार बनाने के लिए विधानसभा सचिवालय ने पूरी ताकत झोंक दी है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने आज शिमला में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 17 सितंबर को सुबह 11 बजे विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में 51 कार्यक्रम रखे हैं और इनमें से विधानसभा का विशेष सत्र भी एक है। उन्होंने कहा कि सत्र को यादगार बनाने के लिए विधानसभा के तमाम पूर्व सदस्यों को सत्र में बुलाया गया है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल भी शामिल हैं। कुल 93 पूर्व विधायकों ने सत्र में आने की पुष्टि की है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना की क्रूरता ने प्रदेश के स्वर्णिम वर्ष के कार्यक्रमों में विघ्न डाला है लेकिन इसके बावजूद प्रदेश सरकार इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान खासकर हिमाचल निर्माता डा. वाइएस परमार को याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व का दर्जा हासिल करने में जिन-जिन लोगों का योगदान रहा है ये सत्र पूरी तरह उनको समर्पित होगा। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी भी शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विशेष सत्र के दौरान कोरोना एसओपी का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। सत्र में आगंतुकों को आने की अनुमति नहीं होगी। राष्ट्रपति की सुरक्षा के मद्देनजर विधानसभा में उनके आसपास रहने वाले सचिवालय के 96 अधिकारियों और कर्मचारियों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है।
पूर्व विधायक होंगे सम्मानित
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र के तुरंत बाद विधानसभा परिसर में ही पूर्व विधायक सम्मान समारोह होगा। इस सम्मान समारोह में पूर्व विधायकों को सम्मानित करने के अलावा ये पूर्व विधायक हिमाचल के निर्माण में अपने-अपने अनुभव भी साझा करेंगे। इस मौके पर राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर एक पुस्तक ‘हूज हू’ का विमोचन भी करेंगे। विधानसभा के विशेष सत्र में प्रदेश के 12 मौजूदा तथा पूर्व सांसद हिस्सा लेंगे। इनमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर भी शामिल हैं। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि विधानसभा सत्र को लेकर कल शिमला में एक सर्वदलीय बैठक भी आयोजित होगी। इससे पहले वर्ष 2003 में एपीजे अब्दुल कलाम और वर्ष 2013 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित कर चुके हैं।
अब ओबेराय सिसिल में ठहरेंगे राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के दौरे से ठीक पहले राष्ट्रपति निवास रिट्रीट में चार कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद राष्ट्रपति के शिमला प्रवास के दौरान उनके ठहरने का स्थान बदल दिया गया है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अब अपने सरकारी आवास रिट्रीट के स्थान पर शिमला के चौड़ा मैदान स्थित आबेराय सिसिल होटल में ठहरेंगे। ये निर्णय राष्ट्रपति भवन और स्थानीय प्रशासन द्वारा विस्तृत विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। इसी के साथ राष्ट्रपति की सुरक्षा के सारे प्रबंध बदलकर चौड़ा मैदान के सिसिल होटल और इसके आसपास कर दिए गए हैं। यही नहीं राष्ट्रपति के दौरे को एक दिन कम भी कर दिया गया है। अब वह चार दिन ही हिमाचल में रहेंगे। राष्ट्रपति अब कल्याण हेलीपैड के स्थान पर अनाडेल हेलीपैड पर उतरेंगे और यहां से सीधे सिसिल होटल पहुंचेंगे।
परमार के परिवार को न्यौता नहीं
हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल करने के स्वर्णिम वर्ष में आयोजित हो रहे विधानसभा के विशेष सत्र में भले ही हिमाचल निर्माता डा. वाईएस परमार के हिमाचल के लिए विजन का गुणगान होने जा रहा है लेकिन विधानसभा की ओर से डा. परमार के परिवार को ही इस सत्र में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि सत्र के लिए सिर्फ मौजूदा और पूर्व विधायकों को ही बुलाया गया है। ऐसे में डा. परमार के परिवार को न्योता देने की विधानसभा ने नहीं सोची।