धर्मशाला, 2 मई (निस)
केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष (प्रधानमंत्री) डॉ. लोबसांग सांग्ये ने कहा है कि यदि निर्वासित संसद नए तिब्बती सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर को नियुक्त करने में विफल रहती है तो उनका मंत्रिमंडल सत्ता में रहेगा। निर्वासित तिब्बती सरकार के आधिकारिक चैनल तिब्बत टीवी के माध्यम से सांग्ये कहा कि उन्हें उम्मीद है कि निर्वासन में तिब्बती संसद नए सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर और दो अन्य न्याय आयुक्तों को नियुक्त कर देगी, ताकि निर्वासित तिब्बतियों द्वारा चुने गए नए अध्यक्ष इस साल मई के अंत तक अपने पद के लिए शपथ ले सके। मार्च में अपने आखिरी सत्र के दौरान निर्वासन में तिब्बती संसद ने सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर और अन्य दो आयुक्तों पर एकल कार्यवाही के माध्यम से महाभियोग चलाया गया था।
पेंपा सीरिंग पीएम बनने के करीब
ऐसे समय में जब डॉ. लोबसांग सांग्ये और उनका मंत्रिमंडल अपना कार्यकाल पूरा करने जा रहा है, तिब्बती लोकतंत्र के तीसरे स्तंभ तिब्बती सर्वोच्च न्याय आयोग में सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर ही नहीं हैं। यह नए प्रधानमंत्री या सिक्योंग के शपथ लेने से पहले एक गंभीर समस्या के रूप में उभरकर सामने आया है। चूंकि नए प्रधानमंत्री को सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर व अन्य आयुक्त ही पदभार ग्रहण करने से पहले शपथ दिलाते हैं। बीती 11 अप्रैल को तिब्बतियों के आम चुनाव संपन्न हो चुके हैं, 14 मई को आधिकारिक तौर पर परिणाम घोषित हो जाएंगे। इसी बीच निर्वासित तिब्बती संसद का 20 मई को एक दिन का विशेष सत्र भी आयोजित होना है। हो सकता है कि इसमें सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर व दो अन्य आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी निर्णय लिया जाए। डॉ. सांग्ये का कहना है कि संसद सुप्रीम जस्टिस कमिश्नर व दो अन्य आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी निर्णय लेती है तो ठीक अन्यथा उनकी कैबिनेट कार्यकाल पूरा होने के बाद भी सत्ता में बनी रह सकती है। याद रहे कि 11 अप्रैल 2021 को दुनिया भर में निर्वासित तिब्बतियों द्वारा चुनाव के अंतिम दौर के पूरा होने के बाद, सभी स्थानों पर मतों की गिनती हुई। इस आम चुनाव में तिब्बती सरकार के अगले पीएम और तिब्बती संसद के सदस्यों का चयन होगा। मतगणना में तिब्बती संसद के पूर्व अध्यक्ष रहे पेंपा सीरिंग ने बढ़त बनाए रखी। पेंपा सीरिंग पीएम यानी सिक्योंग पद के लिए चुनाव मैदान में हैं। आंकड़े पेंपा सीरिंग की जीत का संकेत दे रहे हैं। आधिकारिक तौर पर चुनाव नतीजे 14 मई को घोषित होंगे। लेकिन इसी बीच डॉ. सांग्ये की ताजा बयानबाजी के बाद मामला पेचिदा दिख रहा है।