शिमला, 5 अक्तूबर (निस)
हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र में 30 अक्तूबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व सांसद व स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह पर दांव खेला है। पार्टी हाईकमान प्रतिभा सिंह को मंडी संसदीय क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाए जाने की आज आधिकारिक घोषणा कर दी। इस संबंध में पार्टी हाईकमान ने प्रतिभा सिंह को कांग्रेस के टिकट दिए जाने का ऐलान किया है। ये ऐलान पार्टी महासचिव व पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति के प्रभारी मुकुल वासनिक ने किया है।

यही नहीं कांग्रेस पार्टी ने राज्य के तीन विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के लिए भी अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। शिमला जिला की जुब्बल कोटखाई सीट से पार्टी ने पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र से संजय अवस्थी कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। कांगड़ा जिले के फतेहपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने वर्तमान विधायक स्व. सुजान सिंह पठानिया के पुत्र भवानी सिंह पठानिया को अपना उम्मीदवार बनाया है। मंडी संसदीय सीट भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा के असामयिक निधन के कारण खाली हुई है। जुब्बल कोटखाई विधानसभा सीट प्रदेश सरकार में मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा, अर्की विधानसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और फतेहपुर सीट कांग्रेस के सुजान सिंह पठानिया के निधन के कारण खाली हुई है।

इन सीटों पर चुनाव के लिए पहली अक्तूबर को अधिसूचना जारी कर दी गई है। आठ अक्तूबर तक इन सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे। 30 अक्तूबर को इन सीटों के लिए मतदान होगा और 2 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। इस बीच, इन उपचुनावों के लिए राजनीतिक सरगर्मियां जोर पकड़ने लगी है। खासकर सत्ताधारी दल भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और इन चुनावों के लिए प्रभारी लगाए गए मंत्री लगातार अपने-अपने क्षेत्रों का दौरा कर चुनावी माहौल को अपने हक में करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस बीच विपक्षी दल कांग्रेस ने जहां लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों के लिए उम्मीदवार घोषित करने में बाजी मार ली है वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी दल भाजपा अभी भी टिकटों के लिए माथापच्ची में लगी है। पार्टी की प्रदेश चुनाव समिति ने हालांकि संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल बनाकर भाजपा हाईकमान को दो दिन पहले ही भेज दिया है लेकिन पार्टी हाईकमान इससे संतुष्ट नहीं है और हाईकमान ने अब कुछ और नामों को प्रदेश भाजपा से विचार के लिए मंगवाया है।

कांग्रेस ने पहले ही स्वीकारी हार : भाजपा
हिमाचल प्रदेश की एक लोकसभा और तीन विधानसभा की सीटों के लिए 30 अक्तूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए जैसे-जैसे दिन कम होने लगे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक दलों के बीच वॉकयुद्ध भी तेज हो रहा है। प्रदेश के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे पर राजनीतिक हमले बोलकर अपने-अपने पक्ष में चुनावी माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज हिमाचल प्रदेश भाजपा सचिव प्यार सिंह कंवर ने कहा कि कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर राज्य में हुए विकास कार्यों से बौखला चुके हैं। यही वजह है कि आज कांग्रेस चार उपचुनावों में हार निश्चित देख जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कुलदीप सिंह राठौर को दोटूक शब्दों में कहा कि कांग्रेस उपचुनाव जीतने का सपना देख रही है जो कभी साकार नहीं होने वाला। कंवर ने कहा कि कांग्रेस विपक्ष की भूमिका निभाने में भी पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुकी है। कांग्रेस में टिकट को लेकर गुटबाजी चल रही है।
अर्की ब्लॉक कांग्रेस भंग, फतेहपुर में भी बगावत
शिमला/धर्मशाला (निस) : पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति की अध्यक्ष विप्लव ठाकुर की सिफारिश के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने अर्की ब्लॉक (सोलन) कांग्रेस कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सतीश कश्यप को तत्काल प्रभाव से अर्की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। दरअसल अर्की में संजय अवस्थी को टिकट देने के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस ने इस्तीफा दे दिया है तो वहीं फतेहपुर में भी भवानी पठानिया को टिकट मिलने के बाद बगावत हो गयी है। फतेहपुर से भवानी पठानिया को टिकट देने पर उनके विरोधी नेताओं ने एक बैठक करके आजाद प्रत्याशी को खड़ा करने का मन बनाया है हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा बुधवार को होगी। संभावना यह है कि ठाकुर निश्वार सिंह या राघव पठानिया कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ चुनावी समर में कूदेंगे। इनका साथ चेतन चंबियाल और रीता गुलेरिया देंगे। बुधवार को होने वाली बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा।