धर्मशाला, 1 सितंबर (निस)
लेह के कीरू में एक हादसे में जान गंवाने वाले कांगड़ा जिला के इंदौरा उपमंडल के मेजर दीक्षांत थापा का मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। आज सुबह मेजर का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर कंदरोड़ी पहुंचा तो पूरा गांव शोक में डूब गया। अपने जवान बेटे की पार्थिव देह आंगन में देखकर माता-पिता बेसुध हो गए। जवान का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मेजर दीक्षांत थापा की मां ने बहादुर बेटे को सलाम कर अंतिम विदाई दी। बता दें कि 26 वर्षीय मेजर थापा जिला कांगड़ा के कंदरोड़ी के रहने वाले थे। उनकी माता गृहिणी है, जबकि पिता सेना के मैकेनाइज इनफेंट्री से सेवानिवृत्त होकर अब सेना के ही सुरक्षा सेवा कोर (डीएससी) में सेवारत हैं तथा छोटा भाई अभी पढ़ता है। कंदरोड़ी में मकान बनाने से पहले पूरा परिवार धर्मशाला के योल कैंट में रहता था। दीक्षांत थापा सेना के मैकेनिकल विंग 6 के 140 रेजिमेंट में तैनात थे और चार साल पहले ही कमीशन पास कर मेजर बने थे। दीक्षांत थापा ने चंडीगढ़ ग्रुप आफ कालेजिस (सीजीसी) से बीटेक की थी और पहली बार में ही एसएसबी क्लीयर किया था। लद्दाख के लेह में एक सिविल ट्रक मिलिट्री ट्रेलर के साथ टकरा गया इसके चलते इन्फेंट्री फाइटिंग व्हीकल उनके ऊपर गिर गया, जिससे मेजर दीक्षांत थापा की मौत हो गई।