Kinnaur Cultural Fiesta किन्नौर की धरा पर बिखरी लोकसंस्कृति की सुगंध
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव-2025
Kinnaur Cultural Fiesta राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव-2025 की दूसरी सांस्कृतिक संध्या शनिवार को पूरी तरह किन्नौर की कला, संस्कृति और लोक-धुनों के नाम रही। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, जबकि अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
रिकांगपिओ स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित इस जनजातीय उत्सव ने दर्शकों को लोकजीवन की जड़ों से जोड़ दिया। जैसे ही मुख्य अतिथि मंच पर पहुंचे, उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने टोपी, मफलर और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया। उसके बाद मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियों, जनजातीय संस्कृति से जुड़ी प्रदर्शित कलाकृतियों और ‘किन्नौरी मार्केट’ का अवलोकन किया।
दूसरी सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत राष्ट्रीय जनजातीय उत्सव के तहत पारंपरिक प्रस्तुतियों से हुई। बिहार और उत्तराखंड के कलाकारों ने थारो होली नृत्य से समां बांधा, जबकि हिमाचल के चंबा (पांगी व भरमौर), लिपा और स्पीति-काजा से आए कलाकारों ने अपने लोकनृत्य और गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मंच पर जब किन्नौर के कलाकारों ने पारंपरिक पोशाकों में लोकगीतों की तान छेड़ी, तो वातावरण किन्नौरी संस्कृति की मधुर गूंज से भर उठा। हर ताल पर दर्शक झूमते रहे और ‘किन्नौर की धरती’ लोकनृत्य के रंगों से जगमगा उठी।
दूसरी ‘स्टार नाइट’ पूरी तरह किन्नौर के कलाकारों के नाम रही। स्थानीय कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से सांस्कृतिक संध्या को यादगार बना दिया।
प्रतियोगिताओं के परिणाम
- लोक नृत्य प्रतियोगिता: शेशरिंग नागस एक्स जोन क्लब पांगी प्रथम, नागिन युवा क्लब पानवी द्वितीय।
- पारंपरिक वाद्य यंत्र वादन: देवी चंडीका कोठी क्लब प्रथम, शेशरिंग नागस एक्स जोन क्लब पांगी द्वितीय, नागिन युवा क्लब पानवी तृतीय।
- लोक गायन प्रतियोगिता: व्यास देवी प्रथम, माल मणि द्वितीय और सुशीला देवी तृतीय स्थान पर रहीं।
कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिषेक शेखर, परिवहन निगम के निदेशक विवेक राणा, सहकारिता विभाग के निदेशक रणदीप सिंह, अधिवक्ता डी.डी. कश्यप, चाइल्ड वेलफेयर बोर्ड के चेयरमैन प्रताप नेगी, पंचायत समिति कल्पा की अध्यक्षा ललिता पंचारस, महिला कांग्रेस किन्नौर की अध्यक्षा सरोज नेगी, सदस्य सचिव डॉ. ओम प्रकाश यादव सहित प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
किन्नौर महोत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या ने यह साबित कर दिया कि हिमालय की गोद में बसी यह भूमि न केवल प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध है, बल्कि अपनी संस्कृति, लोक धरोहर और कलात्मक परंपराओं में भी अद्वितीय पहचान रखती है।

