बीबीएन,1 सितंबर (निस)
नैसर्गिक सौंदर्य समेटे व पहाड़ियों की ऊंचाई पर स्थित जोहड़जी धार्मिक स्थल पर्यटन की दृष्टि से विकसित नहीं हो पाया है। पर्यटन की संभावनाएं होने के वावजूद सरकार व पर्यटन विभाग ने इस ओर कोई भी कदम अभी तक नहीं उठाए हैं। महलोग विकास मंच के अध्यक्ष अनिल गुप्ता, महासचिव गिरधारी लाल कश्यप, खुर्मिन्दर सिसोदिया, बाडियां पंचायत की प्रधान ममता गुप्ता आदि ने मुख्यमंत्री व विधायक परमजीत सिंह पम्मी से गुहार लगाई है कि जोहड़जी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाए। महलोग हिमाचल की प्राचीन रियासत रही है। पट्टा नामक स्थान पर तत्कालीन राजा का प्राचीन महल है। इस पर एक डाक्युमेंट्री बनायी जाए। महलोग विकास मंच के अध्यक्ष अनिल गुप्ता व महलोग रियासत के खुर्मिन्दर सिसोदिया ने बताया कि क्षेत्र के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों को विकसित करने से पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा व रोजगार के द्वार खुलेंगे।
सोलन, चंडीगढ़ से 60 किलोमीटर है दूरी
ऐतिहासिक स्थल जोहड़जी स्टेट हाइवे-9 (एसएकेबी) पर पट्टा महलोग से 8 किलोमीटर समुद्र तल से 5000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है । यह स्थल ऊंची पहाड़ी पर स्थित है जहां से शिमला व बर्फ से ढकी अन्य पर्वत श्रृंखलाओं की मनमोहक छटा देखी जा सकती है। यह स्थल सोलन व चंडीगढ़ से बराबर 60 किलोमीटर की दूरी पर है। जोहड़जी महलोग में बाबा हरीपुर व जोहड़जी दरबार की ओर से बड़ी सराय बनाई गई गई है जहां 8-10 हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है।