विधानसभा में ‘सूचना न देने’ पर बरसे जयराम ठाकुर, बोले-मुख्यमंत्री रोज नया झूठ बोलने का बना रहे रिकार्ड
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह रवैया न केवल गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत भी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र का आयोजन इसलिए होता है ताकि 68 विधायक जनता से जुड़े सवालों के जवाब सरकार से प्राप्त कर सकें, लेकिन जब हर बार सूचना एकत्र करने की बात कहकर जवाब टाल दिया जाता है, तो यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की अवहेलना है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों को सरकार ने खुली छूट दे रखी है, जिससे वे संवेदनशील विषयों पर भी तैयारी के बिना सदन में आते हैं और टालमटोल करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में विपक्ष के विधायक मजबूर होकर आरटीआई का सहारा लेने को विवश हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस बार के शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई।
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को विपक्ष को पूरा अवसर देने और कार्यवाही को संतुलित रूप से संचालित करने के लिए धन्यवाद दिया। उनके अनुसार, सदन में कभी-कभी तल्खी भी हुई, लेकिन यह लोकतांत्रिक बहस का हिस्सा है और सदन समाप्त होते ही ऐसे मतभेद पीछे छोड़ देने चाहिए।
चुराह और मंडी हादसे पर जताया अफसोस
इसके साथ ही उन्होंने मंडी जिले के कटौला में सड़क हादसे में दो जवानों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि इस कठिन समय में वे उनके साथ खड़े हैं। वहीं चंबा के चुराह में शादी समारोह के दौरान घर की छत गिरने से घायल हुई 25 से अधिक महिलाओं के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की।
