शिमला, 3 सितंबर (एजेंसी)
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को जुलाई और अगस्त में लगभग 2 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, जिसके चलते प्रदेश के होटल व्यवसायियों ने पटरी पर लौटने के लिए आकर्षक पैकेज की पेशकश शुरू कर दी है।
कोविड-19 के बाद से प्रदेश का पर्यटन उद्योग पटरी पर लौट रहा था, लेकिन इस बार मानसून ने ऐसा कहर बरपाया कि पर्यटकों की संख्या काफी कम हो गई। यह क्षेत्र, जो हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में सालाना 14 हजार करोड़ रुपए से अधिक का योगदान देता है। जुलाई और अगस्त के दौरान लगभग 2,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। भारी बारिश ने पहाड़ी राज्य की लाइफ लाइन सड़कों को काफी नुकसान पहुंचाया। इसके अलावा पहले से प्रतिबंधित हवाई और रेल पर भी असर पड़ा। जिस कारण यहां पर्यटकों की संख्या काफी कम रही।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने बताया कि पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। एकमात्र उम्मीद की किरण राज्य के ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों में छह शक्ति पीठों में भक्तों की आमद थी। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक 17 से 25 अगस्त तक नवरात्रि के दौरान लगभग 8.24 लाख तीर्थयात्रियों ने चिंतपूर्णी, श्री नैना देवी, ज्वालाजी, ब्रजेश्वरी, श्री बगलामुखी और चामुंडा देवी मंदिरों के दर्शन किए।
कश्यप ने बताया कि प्री-मानसून सीजन में पर्यटकों के आगमन में वृद्धि देखी गई और 2023 के पहले छह महीनों के दौरान अधिकतम 1.06 करोड़ पर्यटक हिमाचल प्रदेश आए, जबकि 2022 की इसी अवधि में 86.4 लाख पर्यटक आए, लेकिन मानसून के प्रकोप ने खेल बिगाड़ दिया।
40 से 50 प्रतिशत तक छूट के पैकेज : इस बीच, शिमला होटल्स एंड टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एम के सेठ ने कहा कि शिमला की सड़कें खुल गई हैं और पर्यटन उद्योग 40 से 50 प्रतिशत छूट के साथ आकर्षक पैकेज की पेशकश कर रहा है। उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन है, जिस कारण 8 से 10 सितंबर तक वहां छुट्टी है, लेकिन बुकिंग के लिए कम ही पूछताछ की गई है। सेठ ने कहा कि स्थिति उतनी बुरी नहीं है जितनी खबरों में दिखाई गई है और दूसरी तरफ, होटल दरों में छूट दी गई है और यातायात सामान्य से कम है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, 24 जून से 2 सितंबर तक मानसून की शुरुआत के बाद से कुल 397 लोगों, बारिश से संबंधित घटनाओं में 257 और दुर्घटनाओं में 140 – की मौत हो गई है। केंद्र के आंकड़ों से पता चलता है कि इस मानसून में पहाड़ी राज्य को अब तक 8,663 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसमें कहा गया है कि लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक 2,937 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
पर्यटकों को लुभाने के लिए आकर्षक पैकेज
फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल्स एंड रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि मनाली में ब्यास नदी के किनारे की सड़कें बह गईं, लेकिन यातायात को वैकल्पिक सड़कों से मोड़ा जा रहा है। ठाकुर ने इस बात पर जोर दिया कि समस्या मंडी और कुल्लू के बीच है क्योंकि पंडोह के पास लगातार भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं। मनाली में होटल व्यवसायी पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं और हमने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की, जिन्होंने हमें आश्वासन दिया कि सड़कें जल्द ही खोली जाएंगी। हम उम्मीद कर रहे हैं कि अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह से पर्यटकों की आमद बढ़ेगी। ठाकुर ने कहा कि एसोसिएशन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को होटल व्यवसायियों द्वारा उठाए गए ऋण को स्थगित करने और पर्यटन के पुनर्जीवित होने तक बिजली और अन्य के निर्धारित शुल्क को रद्द करने के लिए एक पत्र भी लिख रहा है।