शिमला, 15 मई (निस)
नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में अग्रणी रहा हिमाचल प्रदेश अब इसी शिक्षा नीति के तहत वैदिक गणित को लागू करने में भी अग्रणी राज्य बनने वाला है। हिमाचल प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार ने राज्य में वैदिक गणित को स्कूलों की पढ़ाई का हिस्सा बनाने की तैयारी कर ली है और इसे मौजूदा शिक्षण सत्र से ही लागू कर दिया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा तैयार प्रारूप के मुताबिक राज्य में वैदिक गणित को छठी कक्षा से आरंभ किया जाएगा। विभाग ने इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार करने के साथ ही सभी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली हैं और अब इसे वर्ष 2022-23 के शैक्षणिक सत्र से इसे पाठ्यक्रम का हिस्सा बना दिया जाएगा। राज्य के उच्चतर शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा के अनुसार छठी कक्षा में गणित विषय में वैदिक गणित के दो से तीन चैप्टर जोड़े जाएंगे। इन चैप्टरों में वेदों और हिन्दू ग्रंथों में लिखी गई गणित की पौराणिक विधाओं को जान सकेंगे। उनका कहना है कि वैदिक गणित का पाठ्यक्रम इस तरह से तैयार किया गया है कि इससे बच्चों पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े और आधुनिक गणित के कारण पीछे छूट गए वैदिक गणित को फिर से नई पीढ़ी को सिखाया जा सके। वैदिक गणित जगद्गुरु स्वामी किशन तीर्थ द्वारा हिन्दू वेदों से इजाद की गणित की पद्धति है। वैदिक गणित गणना की ऐसी पद्धति है जिससे जटिल अंक गणितीय गणनाएं अत्यंत ही सरल, सहज और त्वरित संभव है।