शिमला, 20 सितंबर (हप्र)
हिमाचल प्रदेश ने राज्य में भारी बारिश, बाढ़, भूस्खलन व बादल फटने की घटनाओं से आई प्राकृतिक आपदा से हुई भारी तबाही की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से 12 हजार करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज मांगा है। इस संबंध में बुधवार को प्रदेश विधानसभा में ध्वनिमत से सरकारी संकल्प पारित किया गया। इस दौरान विपक्ष पूरी तरह खामोश रहा। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने राज्य में आई आपदा पर तीन दिन तक हुई मैराथन बहस का जवाब देते हुए कहा कि इस आपदा से राज्य में अभी तक 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान आंका जा चुका है। उन्होंने कहा कि फिलहाल केन्द्र से राहत के तौैर पर कोई भी पैसा नहीं आया है। हालांकि मुख्यमंत्री ने राहत के लिए केन्द्र द्वारा जारी की गई अग्रिम राशि के लिए आभार भी जताया।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को संकल्प को सर्वसम्मति से पारित करने में कोई आपत्ति नहीं है मगर प्रदेश सरकार को केन्द्र द्वारा की गई मदद के लिए उसका आभार संकल्प में ही
जताना चाहिए था। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार को केन्द्र से और अधिक मदद के लिए मांग करनी चाहिए।
भाजपा हुई एक्सपोज़
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि भाजपा संकल्प का समर्थन न कर एक्सपोज़ हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के संकल्प में शामिल न होने के चलते इसे आज काला दिन माना जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा को इसका समर्थन करना चाहिए था क्योंकि स्पेशल पैकेज से जो पैसा आएगा वह प्रभावितों को जाएगा। उन्होंने कहा कि संकल्प पारित होना भाजपा अथवा कांग्रेस किसी की भी जीत नहीं है।