बीबीएन, 27 अगस्त (निस)
सरकार द्वारा पंचायतों के पुनर्गठन के फैसले के बाद नालागढ़ विकास खंड की कई पंचायतों को अनदेखा करने पर ग्रामीणों में रोष है। उनका आरोप है कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन को पूरा करने वाली पंचायतों को भी नजरअंदाज किया गया है। विकास खंड नालागढ़ के अंतर्गत भोगपुर के जनप्रतिनिधियों ने सरकार को प्रस्ताव भेजकर पंचायत के पुनर्गठन की मांग की थी। 13 वार्ड की विशाल पंचायत में 1100 के करीब परिवार हैं तथा इसकी आबादी छह हजार के करीब है। भोगपुर पंचायत के प्रधान बिमल चौधरी ने बताया कि वह 15 वर्षों से पंचायत के पुनर्गठन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत में 7 बड़े राजस्व गांव है, इसका अधिकांश क्षेत्रफल पहाड़ी पंचायतों से सटा हुआ है। बीच मे दो बड़ी नदियां व दर्जन भर नाले हैं। लोगों को पंचायत कार्यालय आने के लिए 8-9 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। उन्होंने सरकार से इस फैसले पर दोबारा विचार करने की मांग की है।