नयी दिल्ली, 26 मई (एजेंसी) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और मुख्यमंत्री के बारे में फैसला चुनाव के बाद पार्टी आलाकमान विधायकों से विचार-विमर्श के बाद करेगा। उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा की भूमिका से जुड़े सवाल पर संवाददाताओं से कहा, ‘मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं हुआ है। हम सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। पहले सब लोग मिलकर पार्टी को जिताने का काम करेंगे। मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी आलाकमान विधायकों से बातचीत करके करेगा।’ कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी शुक्ला ने कहा कि आनंद शर्मा राजनीतिक मामलों के समूह में शामिल हैं और हिमाचल में भी एक महत्वपूर्ण समिति के प्रमुख हैं। उन्होंने यह भी कहा, ‘हिमाचल में चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। नेता दौरा कर रहे हैं। हमने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 12 सचिवों को अलग-अलग जिलों में तैनात किया है। हमारा संगठन बूथ स्तर पर सक्रिय है। हम ‘बूथ-बूथ कांग्रेस, घर-घर कांग्रेस’ नाम का कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं।’ उन्होंने यह दावा भी किया कि आम आदमी पार्टी (आप) हिमाचल प्रदेश में जमीन पर कहीं नहीं है और मुख्य लड़ाई कांग्रेस तथा भाजपा के बीच है। हिमाचल प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होना है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।