
जीसी पठनिया/निस
धर्मशाला, 25 मार्च
तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने चीन को झटका देते हुए 11वें पंचेन लामा के बाद अमेरिका में पैदा हुए एक मंगोलियाई को बौद्ध धर्म में तीसरे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक गुरु के रूप में नामित किया है। धर्मशाला के मैकलोड़गंज में एक समारोह के दौरान आठ साल के बच्चे को दलाईलामा ने बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा गुरु नामित किया। मंगोलियाई मूल का आठ साल का यह बच्चा अब दलाईलामा और पंचेन लामा के बाद बौद्ध धर्म का तीसरा बड़ा गुरु बन गया है। दलाईलामा ने इस बच्चे को 10वें खलखा जेटसन धम्पा रिनपोछे के पुनर्जन्म के तौर पर मान्यता दी है।
मंगोलियाई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक यह बच्चा जुड़वां बच्चों में से एक है, जिसका नाम अगुइदाई और अचिल्टाई अल्तानार है, जो अलतनार चिंचुलुन और मोनखनासन नर्मंदख के बेटे हैं।
चीन की रहेगी नजर
धर्मगुरु दलाई लामा द्वारा आठ वर्षीय मंगोलियाई बच्चे को बौद्ध धर्म का तीसरा सबसे बड़ा गुरु नामित करना उन पर व उनके परिवार पर भारी पड़ सकता है। चीन ने जिस तरह 11वें पंचेन लामा गेदुन चोयकी नीमा को महज छह वर्ष की आयु से वर्ष 1995 से जेल में कैद कर रखा है, उसी तरह इस बच्चे पर भी चीन की नजर रहेगी। बहरहाल, धर्मशाला में आज इस नामकरण के बाद विशेष चहल-पहल देखने को मिली। तिब्बती समुदाय में खुशी का माहौल था ।
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