सोलन, 3 सितंबर (निस)
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को सशक्त बनाने और कृषि क्षेत्र में प्रगति को बढ़ावा के उद्देश्य से डॉ. यशवंत सिंह परमार यूनिवर्सिटी नौणी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के कृषि सचिव राकेश कंवर मुख्य अतिथि, जबकि पदमश्री नेक राम शर्मा वशिष्ट अतिथि रहे। यह कार्यशाला विश्वविद्यालय, कृषि विभाग की प्राकृतिक कृषि खुशहाल योजना और नाबार्ड के बीच भागीदारी सहयोग का हिस्सा है। कंवर ने कहा कि सतत खाद्य प्रणालियां समय की मांग हैं। हिमाचल के मिलेट मैन और पद्मश्री पुरस्कार विजेता नेक राम शर्मा ने इस पहल की सराहना की और किसानों और वैज्ञानिकों से श्री अन्न और कई स्थानीय खाद्य पदार्थों, जिन्हें वर्षों से भुला दिया गया है, की खेती करने और भोजन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमारी भोजन की आदतों ने हम जो उगाते हैं उसे बदल दिया है। जल, जंगल और जमीन पर फिर से ध्यान केंद्रित करने पर उन्होंने जोर दिया। नौणी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल और कृषि निदेशक डॉ. रघबीर सिंह ने भी अपने विचार रखे।