बीबीएन, 24 नवंबर (निस)
नकली दवा बनाने के आरोप में धरे गए तीनों आरोपियों को आज पुलिस रिमांड के बाद बद्दी लाया गया, वहीं विभाग ने उस कंपनी को सील कर दिया जिसमें इन दवाओं का निर्माण होता था। तीनों आरोपियों को उस उद्योग में लाया गया जहां से यह सारा गोरखधंधा चल रहा था। ड्रग विभाग ने इस मामले में आगरा के मोहित बंसल, मध्य प्रदेश के विजय कौशल और यूपी के अतुल गुप्ता को गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि नकली दवाइयां बनाने व बेचने के आरोप में पुलिस ने मोहित बंसल व उसके दो साथियों को हिरासत में लिया था और बुधवार को उनको अदालत में पेश किया जहां से उनको चार दिन का पुलिस रिमांड मिला था। आज उसी रिमांड के तहत पुलिस व ड्रग कंट्रोलर हिमाचल प्रदेश नवनीत मरवाहा के नेतृत्व में एक टीम ने आरोपियों से नकली दवा बनाने की शिनाख्त करवाई और पूछा कि वो कहां से कच्चा माल लाता था और कहां से उसकी पैकिंग मैटीरियल आता था। इंडस्ट्रियल एरिया बद्दी की 29 नंबर फैक्ट्री आज दिनभर ड्रग के अलावा पुलिस टीमें मुस्तैद रही। मोहित बसंल ने बताया कि उसने यह बंद पड़ा उद्योग किसी से खरीदा था और जिला उद्योग केंद्र से इसने अपने नाम करवा लिया था। इसके बाद उसने यहां पर दवा निर्माण की मशीनों की खरीद-फरोख्त का सिलसिला शुरू किया। मशीनें बेचते-बेचते चार पांच माह पहले उसके मन में आया कि मशीनों में तो इतनी कमाई नहीं है क्यों न नामी कंपनी सिपला, यूएसवी व अन्य कपंनियों की दवाएं बनाई जाए। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाहा ने बताया कि कंपनी से लगभग सवा करोड़ की अवैध दवाएं मिली है जिसे जब्त कर लिया गया है।